वायरल मैसेज : केवल घोसी के सिंबल पर क्यों छुटा अखिलेश का दस्खत

आगामी 21 अक्टूबर को घोसी विधानसभा क्षेत्र के लिए होने वाले उपचुनाव में एक तरफ जहां सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह का पर्चा अखिलेश यादव का हस्ताक्षर न होने के कारण खारिज हो गया। जिसके बाद पक्ष-विपक्ष के लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर आरोप प्रत्यारोप से भरे मैसेज वायरल करने का दौर शुरू हो गया है।

गौरतलब है कि सपा प्रत्याशी पूर्व विधायक सुधाकर सिंह के सिंबल पेपर पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का अपेक्षित स्थानों पर हस्ताक्षर न होने से मंगलवार को उनका नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया। इसको लेकर एक तरफ जहां सपा पक्ष पर्चा खारिज होने के पीछे सरकार की गलत मंशा बता रहे हैं। वहीं भाजपा समर्थित व अन्य लोगों द्वारा यह सवाल खड़ा किया जा रहा है कि सुधाकर सिंह के पर्चे पर हस्ताक्षर ना होना कहीं कोई साजिश का हिस्सा तो नहीं। कुछ उत्साही कार्यकर्ता तो इसे सीधे सीधे अखिलेश यादव के सवर्ण विरोधी मानसिकता का परिचायक होने का प्रमाण मानकर चल रहे हैं।

सुधाकर सिंह का पर्चा खारिज होने की खबर के साथ ही आरोप-प्रत्यारोप से भरे मैसेज सोशल मीडिया पर छा गए, जिसमें भाजपा की आईटी सेल भी शामिल है। जिसमें यह सवाल पूछा है कि अकेले सुधाकर सिंह के पर्चे पर ही दस्खत क्यों छूटा, क्या सपा की राष्ट्रीय इकाई को इतना भी ज्ञान नहीं कि सिंबल पर्चे पर कहां-कहां हस्ताक्षर होना चाहिए। अखिलेश यादव राजनीति के इतने अच्छे व्यक्ति हैं जिनको इतनी भी जानकारी नहीं है। ऐसे में सुधाकर सिंह के पर्चा पर हस्ताक्षर ना होना कहीं कोई साजिश तो नहीं ?

आम जनमानस के मन में भी यह सवाल खड़ा है कि नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर ना होना कहीं साजिश तो नहीं। लेकिन पक्ष और विपक्ष के नजरिया अलग अलग होने से सोशल मीडिया पर यह मैसेज खूब वायरल हो रहा है। कुल मिलाकर सपा प्रत्याशी का पर्चा खारिज होने के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया जिसका सर सोशल मीडिया पर खूब देखने को मिल रहा है।

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