ग्रेजुएट एप्टिट्यूट टेस्‍ट इन इंजीनियरिंग परीक्षा स्‍थगित करने की मांग को लेकर दाखिल हुई जनहित याचिका, सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनवाई

 ग्रेजुएट एप्टिट्यूट टेस्‍ट इन इंजीनियरिंग (GATE 2022) परीक्षा स्‍थगित करने की मांग को लेकर दाखिल हुई याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करने के लिए राजी हो गया है। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने GATE-2022 परीक्षा स्‍थगित को लेकर दाखिल हुई याचिका पर कहा कि, हम इसको लिस्ट में शामिल करेंगे। याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश हुए वकील पल्लव मोंगिया ने मामले की तत्काल सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया था।

दरअसल, देश भर में ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE 2022) की परीक्षा 5, 6, 12 और 13 फरवरी को आयोजित की जानी है। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते देश भर के छात्र लंबे समय से इस परीक्षा को टालने की मांग कर रहे हैं। कोविड-19 के कारण देश के कई राज्यों में स्कूल और कॉलेज बंद हैं तो कहीं कर्फ्यू है, इन्हीं सब को लेकर छात्रों ने गेट 2022 परीक्षा को टालने की अर्जी सुप्रीम कोर्ट में दी है। कोविड-19 और छात्रों की मांग की वजह से अब तक कई सरकारी भर्ती की परीक्षाएं रद्द की जा चुकी हैं।

हालांकि, IIT खड्गपुर ने यह स्‍पष्‍ट कर दिया है कि परीक्षा तय वक्त पर ही आयोजित होगी। इसके बाद छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला किया। इस मुद्दे में दो याचिकाएं दायर की गई हैं, इनमें पहली याचिका उन छात्रों ने दायर की है, जो (GATE 2022) की परीक्षा को स्थगित करने की मांग उठा रहे हैं। जबकि दूसरी जनहित याचिका उमेश ढांडे ने दायर की है। जो एक शिक्षण संस्थान चलाते हैं, और गेट, अन्य परीक्षाओं के लिए छात्रों को सलाह देते हैं।

इस साल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) खड़गपुर (GATE 2022) परीक्षा का आयोजन कर रहा है। गेट 2022 परीक्षा का आयोजन फरवरी में 5, 6,12 और 13 को होना है। आईआईटी (IIT) खड़गपुर ने गेट 2022 के लिए एडमिट कार्ड पहले ही जारी कर दिए हैं। परीक्षा को टालने के लिए करीब 23 हजार से ज्यादा छात्रों ने याचिका पर सहमति दी है। देश भर के छात्रों ने 5-6 फरवरी को होने वाली गेट 2022 की आफलाइन परीक्षा को टालने की मांग की

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