थाईलैंड की युवती भारत कब आई? कब बिगड़ी तबीयत, कैसे मौत हुई, समझें पूरी टाइमलाइन

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में थाईलैंड की युवती को बुलाने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। मीडिया’ की पड़ताल में पता चला है कि कोरोना संक्रमित होने के बावजूद 5 दिन तक वह स्पा में काम करती रही। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हालत खराब होने पर स्पा मैनेजर ने उसे लोहिया अस्पताल पहुंचा दिया। पैसे न होने से उसे अस्पताल में बेड नहीं मिला।

अस्पताल के कॉरिडोर में ही वह दो दिन तक तड़पती रही। दो दिन बाद सिंगापुर में रहने वाली उसकी बहन ने पैसे भेजे तो उसे अस्पताल में बेड मिला। तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बेड मिलने के कुछ ही घंटों में युवती ने दम तोड़ दिया।

23 अप्रैल को बिगड़ी थी हालत
जांच अधिकारियों के मुताबिक, 23 अप्रैल को विदेशी युवती की हालत बिगड़ी, लेकिन कोई उसे अस्पताल नही ले गया। 28 अप्रैल को हालत ज्यादा गंभीर हुई तो O2 Thai स्पा (जिसमें युवती काम करती थी) का मैनेजर सलमान उसे लोहिया अस्पताल ले गया। डॉक्टरों ने प्रशासन की अनुमति के बिना किसी विदेशी नागरिक को भर्ती करने से इनकार कर दिया।

इस पर सलमान ने स्पा के मालिक राकेश शर्मा से बात की। सरकार और शासन में ऊंची पहुंच रखने वाले राकेश ने लखनऊ के प्रशासनिक अफसरों और थाईलैंड एंबेसी में बात की। कई घंटे की जद्दोजहद के बाद युवती को डॉक्टर भर्ती करने को राजी हुए। 

इलाज मिलने में देरी से हुई मौत
युवती की हालात बिगड़ने पर डॉक्टरों ने इलाज के लिए एक मशीन खरीदने के लिए कहा। इसकी कीमत 40 हजार रुपए थी। इलाज का खर्च सुनते ही सलमान वहां से भाग निकला। पैसों की वजह से डॉक्टरों ने भी इलाज शुरू नही किया। दो दिन तक युवती लोहिया अस्पताल के कॉरिडोर में पड़ी तड़पती रही।

उसने सिंगापुर में रहने वाली अपनी बहन को फोन करके 40 हजार रुपये मंगवाए। इसके बाद डॉक्टरों ने उसे भर्ती तो किया। तब तक काफी देर हो चुकी थी। 3 मई को उसकी सांसें टूट गईं।

टूरिस्ट वीजा पर नौकरी, लेकिन पुलिस को पता नही
थाईलैंड की युवती पहली बार 2010 मे लखनऊ आई थी। यहां के स्पा संचालक उसे सैलरी पैकेज पर बुलाते थे। वह टूरिस्ट वीजा पर आकर यहां नौकरी करती और वीजा की मियाद खत्म होते ही अपने देश लौट जाती। पुलिस के मुताबिक 2010, 2018, 2019 और अब 31 मार्च को चौथी बार युवती यहां आई थी। वह 2 अप्रैल से राकेश शर्मा के O2 Thai स्पा में काम करने लगी।

हर बार वह पर्यटक के तौर पर आई और यहां नौकरी करती रही। इसकी जानकारी इंटेलीजेंस यूनिट से लेकर पुलिस तक को नही हुई। इतना ही नहीं वह शहर के जिन इलाकों में रुकी, जहां नौकरी की वहां की पुलिस को भी उसकी भनक नही लगी। कानूनी जानकारों का कहना है कि यह वीजा कानून का उल्लंघन है और इसके लिए कड़े सजा के प्रावधान हैं। इंटेलीजेंस यूनिट और पुलिस की ऐसी लापरवाही देश के लिए खतरा बन सकती है। 

कैंट के एक युवक से दोस्ती थी
पुलिस के मुताबिक, विदेशी युवती 2018 में दूसरी बार लखनऊ आई तो सिंगापुर मॉल में चलने वाले एक स्पा में उसे नौकरी मिली। कैंट में रहने वाला MBA पास एक युवक अक्सर वहां आता था। दोनों की मुलाकात हुई और दोस्ती के बाद प्यार हो गया। इसके बाद वह हुसैनगंज में रहने वाले सलमान के संपर्क में आई। सलमान उसे राकेश शर्मा के O2 Thai स्पा सेंटर ले गया। वहां उसने नौकरी शुरू कर दी।

मामले की जांच कर रहे DCP संजीव सुमन का कहना है कि विदेशी युवती को लेकर हो रही चर्चाओं का कोई सबूत नहीं मिला है। उसके पास इलाज के लिए पैसे नही थे। इसकी वजह से वह दो दिन तक लोहिया अस्पताल के कॉरिडोर में पड़ी रही। उसने अपनी बहन से पैसे मंगवाए तब इलाज शुरू हुआ। टूरिस्ट वीजा पर वह कैसे नौकरी कर रही थी, इसकी जांच की जा रही है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

हिमाचल में तबाही, लापता मजदूरों की तलाश जारी न हम डरे हैं और न यहां से जाएंगे एयर इंडिया विमान हादसे पर पीएम मोदी की समीक्षा बैठक क्या बेहतर – नौकरी या फिर बिजनेस पेट्स के साथ डेजी का डे आउट