
चीन सोच रहा था कि पाकिस्तान को विकास के नाम पर आराम से लूटेगा, और दुनिया भर में अपना प्रोपेगैंडा फैलेगा. पर वो भूल गया कि उसने मधुमखी के छत्ते में हाथ डाला है. शहद तो मिलेगा पर सूजन भी सहना पड़ेगा, जी हाँ पाकिस्तान के हिंसा प्रभावित खैबर पख्तूनख्वां प्रांत में चीन के इंजीनियरों को ले जा रही बस भीषण बम हमला हुआ, इसमें अब तक 9 चीनी नागरिक और तीन पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मी भी मारे गए.
इस मामले को लेकर चीन बहुत खफा है. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिआन ने कहा कि इस हमले से चीन सदमे हैं और घटना की कड़ी निंदा करता है. चीनी प्रवक्ता ने इमरान सरकार से मांग की कि इस पूरे मामले की कड़ाई से जांच की जाए और हमले के दोषियों को अरेस्ट किया जाए और ईमानदारी के साथ चीन के नागरिकों और प्रॉजेक्ट की रक्षा की जाए, चीन यहाँ भी भूल गया कि जिस आतंक को पाक अपने कोख में सालों से पालता आ रहा है. वो बड़ा होकर उसे भी तबाह कर देगा, और इमरान मुंह बिचकाकर कह देंगे, जनाब आपने घबराना नहीं है.
खैर पाकिस्तान ने पहले इस घटना को एक हादसा बता कर सब छुपाने की कोशिश की लेकिन चीनी दूतावास ने इस बात की पुष्टि की है कि यह बम हमला था. इसके बाद इमरान खान के संसदीय सलाहकार बाबर अवान ने इस बात की पुष्टि की कि चीनी नागरिकों पर बम से हमला किया गया था. अवान ने इसे एक कायराना हमला करार दिया.
बता दें कि पाकिस्तान सरकार ने एक उच्च स्तरीय दल को ऊपरी कोहिस्तान रवाना कर दिया है. ताकि मामले की जांच की जा सके, और चीन भी चाहेगा कि आगे से ऐसी हरकत न हो, क्यूंकि चीन अरबों डॉलर की सीपीईसी योजना के तहत पाकिस्तान में कई परियोजनाओं को अंजाम दे रहा है. हाल्नकी स्थानीय लोग चीन की इन परियोजनाओं का विरोध कर रहे हैं।। कुछ महीने पहले ही क्वेटा में विद्रोहियों ने चीन के राजदूत को निशाना बनाते हुए एक होटल को विस्फोटकों से उड़ा दिया था. विद्रोहियों को सूचना मिली थी की चीनी राजदूत क्वेटा के सेरेना होटल में ठहरे हुए हैं. गनीमत रही कि हमले के समय वे इस होटल में मौजूद नहीं थे. पर इस धमाके में कम से कम पांच लोग मारे गए थे.
पाकिस्तान में चीनी नागरिकों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है, ऐसे में चीन कभी नहीं चाहेगा कि उसके होनहार इंजनियर यूँ ही मारे जाते रहे, और ये सिलसिला यूँ ही चलता रहा तो चीन अपने तौर तरीकों से आतंकियों को मिटा देगा.