यूपी की जेलों में कोरोना का कहर, पैरोल पर रिहा होंगे ऐसे 10 हजार कैदी

लखनऊ. यूपी में कोरोना संक्रमण (Corona Virus) तेजी से पांव पसार रहा है। प्रदेश की स्थायी व अस्थायी जेलों में भी संक्रमण से दस्तक दे दी है। करीब 1400 से अधिक बंदी संक्रमित पाए गए हैं। संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए बंदियों को अंतिरम जमानत पर छोड़ने की पहल शुरू हुई है। योगी सरकार ने 10 हजार कैदियों को पैरोल पर छोड़ने का फैसला किया है। प्रदेश की जेलों से आठ सप्ताह पर कैदियों को पैरोल पर रिहा किया जाएगा। पहले उनको रिहा किया जाएगा जिन्हें पिछले वर्ष पैरोल पर रिहा किया गया था और समयसीमा समाप्त होने के बाद वह जेल वापस आ गए थे।

1448 बंदी संक्रमित

डीजी जेल आनंद कुमार के अनुसार, प्रदेश की जेलों में कोरोना संक्रमण के 1604 सक्रिय मामले हैं। इनमें 1448 बंदी और 156 जेल कर्मी हैं। जबकि मौजूदा समय में कुल 110949 कैदी जेलों में बंद हैं। उधर, कोरोना की दूसरी लहर में अब तक कोरोना से सात बंदियों और तीन कर्मियों ने कोरोना से दम तोड़ दिया है। यही वजह है कि कैदियों को पैरोल पर छोड़ने का फैसला किया गया है। डीजी जेल आनंद कुमार ने जेलों में कोरोना से बचाव के सभी बंदोबस्त किए जाने के कड़े निर्देश दिए हैं। जेलों में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी है।

कैदियों के खानपान पर विशेष ध्यान

जेलों में कैदियों के खानपान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कोरोना संक्रमण से बचने के प्रयासों के बीच कैदियों को पौष्टिक आहार दिया जा रहा है। खाने में फल की मात्रा भी बढ़ा दी गई है। जेलों में मुनक्का, दालचीनी, काली मिर्च, सोंठ, तुलसी की पत्ती व अन्य जड़ी बूटियों का उपयोग कर काढ़ा तैयार कर बंदियों व जेलकर्मियों को पिलाया जा रहा है। बंदियों को योगा भी कराया जा रहा है और उन्हें कोरोना से बचाव के उपायों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। डीजी जेल आनंद कुमार ने इससे संबंधित निर्देश दिए थे।

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