
राजस्थान में कोरोना खतरनाक होता जा रहा है। यहां अब संक्रमित केसों के साथ-साथ मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। मई के शुरुआती 10 दिनों में राज्य में 1.75 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 1,586 लोगों की मौत हो गई। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने सोमवार से प्रदेश में सख्त लॉकडाउन लगाया है। वहीं अस्पतालों में कम होते संसाधनों के बीच एक राहत की खबर भी आई है। केन्द्र सरकार ने राज्य का ऑक्सीजन कोटा बढ़ाया है। साथ ही 125 वेंटिलेटर की खेप भी भेजी है।
राजस्थान को अब सूरत के हजीरा स्थित ऑक्सीजन प्लांट से 40 मीट्रिक टन ऑक्सीजन और मिलनी शुरू हो गई है। इस तरह अब केन्द्र सरकार की ओर से राज्य को 310 मीट्रिक टन ऑक्सीजन दी जा रही है, जबकि 125 मीट्रिक टन का राज्य में अलग-अलग एजेंसियों की ओर से उत्पादन किया जा रहा है।
13 महीने में जितने संक्रमित हुए उससे ज्यादा 40 दिन में हुए
राज्य में कोरोना स्थिति देखें तो पिछले साल से लेकर अब तक 7 लाख 73 हजार 194 लोग अब तक इस बीमारी से संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 5,825 लोगों की जान चली गई। वहीं अप्रैल में आई दूसरी लहर कितनी घातक साबित हुई, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राज्य में बीते 40 दिन के अंदर जितने लोग संक्रमित हुए उनकी संख्या बीते 13 महीने में मिले संक्रमितों की संख्या से कहीं ज्यादा है। एक अप्रैल से लेकर 10 मई तक कुल 4.40 लाख लोग पॉजिटिव आ चुके हैं, जबकि 3,007 लोगों की मौत हो चुकी है।
राजस्थान में 7 दिन की कोरोना रिपोर्ट
तारीख | पॉजिटिव केस | मौतें | रिकवर |
4 मई | 16,974 | 154 | 14,146 |
5 मई | 16,815 | 155 | 17,022 |
6 मई | 17,532 | 161 | 16,044 |
7 मई | 18,231 | 164 | 16,930 |
8 मई | 17,987 | 160 | 17,667 |
9 मई | 17,921 | 159 | 16,880 |
10 मई | 16,487 | 160 | 13,499 |
जोधपुर में हर दूसरा सैंपल पॉजिटिव
जोधपुर में सोमवार को कोरोना के 1,915 नए संक्रमित मिले और 20 लोगों की मौत हो गई। मई में जोधपुर शहर में आई कोरोना की सुनामी अब भारी पड़ने लगी है। मई के पहले दस दिन में 318 संक्रमित जान गंवा चुके हैं। जोधपुर में सोमवार को महज 3,857 सैंपलों की ही जांच की गई। इसमें से करीब आधे सैंपल पॉजिटिव पाए गए। इस तरह संक्रमण दर अब तक की सबसे ज्यादा 49.64% तक पहुंच गई।
जांच कराने वाला हर दूसरा व्यक्ति पॉजिटिव आ रहा है। मई में रोजाना औसतन 31 से ज्यादा लोग दम तोड़ रहे हैं। इसका असर शहर में लागू लॉकडाउन में साफ नजर आने लगा है। अब लोग पहले की बजाय बेवजह घर से नहीं निकल रहे हैं।
कोटा में हालात फिर बिगड़ने लगे
कोटा में भी कोरोना की दूसरी लहर बेकाबू रफ्तार से बढ़ती जा रही है। यहां अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत बनी हुई है। यहां कोरोना संक्रमण की दर 18% है। मई के 10 दिन में ही 6,490 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। यानी रोजाना औसतन 649 लोग संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। इतने ही दिनों में 54 संक्रमितों की मौत हो चुकी। यानी रोज औसतन 5 मरीज दम तोड़ रहे हैं। यहां कुछ दिन पहले 500-700 के बीच संक्रमित केस आ रहे थे, लेकिन पिछले दो-तीन दिन में फिर से बढ़ने लगे हैं।
अजमेर में रेजिडेंट डॉक्टर्स ने बढ़ाई चिंता
अजमेर में रेजिडेंट डॉक्टर्स ने अपनी मांगों पर सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होने की वजह से आंदोलन शुरू कर दिया है। डॉक्टर्स ने सोमवार को पहले दिन काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। बुधवार तक इसी तरह विरोध जताते रहेंगे। फिर अगले दिन एक घंटे के लिए कार्य बहिष्कार करेंगे। अगर मांगों पर कोई सकारात्मक फैसला नहीं लिया गया तो 17 मई से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करेंगे।
रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. गोवर्धन लाल सैनी ने बताया ने चिकित्सा मंत्री के नाम ज्ञापन देकर कहा है कि कि कोरोना महामारी में लोगों का इलाज करना हमारी जिम्मेदारी है, लेकिन सरकार की ओर से हमारी तरफ ध्यान न देने से रेजिडेंट डॉक्टर्स में गुस्सा है। इसलिए मजबूरन आन्दोलन की राह पकड़नी पड़ रही है। अगर समय पर मांगों को लेकर उचित कार्यवाही नहीं की गई तो कड़े फैसले लेने पड़ेंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।