
प्रयागराज। जिले के मऊआइमा थाना क्षेत्र में 19 फरवरी की रात रोनिका सिंह की हुई हत्या का राजफाश जरूर पुलिस ने कर दिया, लेकिन रोनिका की हत्या कहां की गई थी, यह सवाल पुलिस के जेहन में था। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपित सोनू कुमार पटेल से पूछताछ की तो उसने बताया कि चलती कार में ही रस्सी से गला कसकर रोनिका को मौत के घाट उतार दिया था। उसके साथ उसके दो मित्र नंचू पासी उर्फ संदीप निवासी उदयचंद्रपुर थाना सोरांव और रामनरेश प्रजापति निवासी गद्दोपुर थाना फाफामऊ भी थे।
लाश को दुबाही गांव के समीप शारदा सहायक नहर में ठिकाने लगा दिया गया, जबकि रोनिका के पर्स, मोबाइल, आइडी, फोटो आदि को वहीं कुछ दूर पर गेहूं के खेत में फेंक दिया था।
सोनू कुमार पटेल के दोस्त संदीप और रामनरेश को रोनिका पहचानती थी। कई बार सोनू दोनों को अपने साथ रोनिका के किराए वाले मकान में भी ले गया था। मोटर मैकेनिक सोनू अच्छा मिस्त्री था, इसलिए वह ठीक-ठाक रुपये भी कमाता था। कार लेकर सोनू निकला तो अपने दोस्तों को साथ ले लिया था। पुलिस की पूछताछ में सोनू ने बताया कि कार में वह रोनिका को समझा रहा था कि वह उससे शादी नहीं कर सकता। क्योंकि वह पहले से शादीशुदा है। लेकिन रोनिका कुछ सुनने को तैयार नहीं थी। वह विवाह करने की जिद पर अड़ी थी।
तरह-तरह की धमकियां भी दे रही थीं, जिस कारण उसकी हत्या कर दी। मऊआइमा थाना क्षेत्र के दुबाही गांव के समीप स्थित शारदा सहायक नहर में 20 फरवरी की सुबह एक युवती की लाश मिली थी। दो दिन बाद कोरांव थानांतर्गत खजुरी खुर्द गांव की रहने वाली गायत्री पत्नी स्व. गुलाब सिंह पोस्टमार्टम हाउस पहुंची और शव की पहचान अपनी बेटी रोनिका सिंह (28) के रूप में की थी। पुलिस को बताया था कि पति से विवाद होने के कारण रोनिका नैनी क्षेत्र में किराए का कमरा लेकर अकेले रहती थी। इसके बाद पुलिस ने रोनिका के मोबाइल नंबर की सीडीआर निकलवाई और फिर सोनू कुमार पटेल निवासी मातादीन का पूरा थाना फाफामऊ को गिरफ्तार कर लिया।