
नबी अहमद
रूपईडीहा/बहराइच। भारतीय क्षेत्र से छिपकर 32 नेपाली युवक अचानक बांके जिले के सुईया बार्डर होते हुए नरैनापुर गांव पहुंच गये। नरैनापुर गांव सभा के प्रधान इश्तियाक अहमद शाह ने उन सभी को शेल्टर होम मे रख दिया है। शाह ने बताया कि यह सभी लोग लाक डाउन मे कड़ाई व सीमा बंद होने के कारण ये लोग छिपकर जनहीन मार्गो से नेपाली क्षेत्र मे पहुंच गये। इन सभी को बांके के विभिन्न स्थानों मे रखा गया है।
उन्होने बताया कि ये सभी लोग दिल्ली व मुम्बई से नेपाल जाने के लिए आये थे। शाह ने यह भी कहा कि बांके जिला प्रशासन को कई बार इसकी जानकारी दी गयी है। परन्तु बांके प्रशासन ने अभी तक कोई सुधि नही ली है। शाह ने यह भी बताया कि 09 लोगों को आर्दश माध्यमिक विद्यालय लक्षमणपुर व 22 लोगों को टेंट लगाकर क्वारेंटाइन किया गया है।
आये हुए युवकों ने यह भी बताया कि यह लोग नरैनापुर गांव सभा के विभिन्न क्षेत्र के निवासी है। गांव सभा के सचिव मेराज खान ने बताया कि इन लोगों के यहा रहने से गांव के अन्य लोग भयभीत हो गये है। इन लोगों को हम लोग गांव से खाना बनाकर खिला रहे है। लक्षमणपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्वास्थ्य कर्मी प्रेम पंगाली ने इन सभी लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की है। सचिव ने बताया कि गांव सभा के पास कोई साधन नही है। इन्हे कब तक खाना खिलाया जायेगा। इन लोगों ने मांग की है कि इनका स्वाब परीक्षण किया जाये।