इस दिन से कर पाएंगे ताजमहल का दीदार, पर्यटकों के लिए खुलने जा रहे हैं सभी स्मारक

आगरा :  कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या कम हो रही है। कोरोना कर्फ्यू में भी ढील दी जा रही है। अब पर्यटन स्थलों को भी खोलने की तैयारी है। एएसआई की ओर से 15 जून तक पर्यटन स्थलों को बंद रखने का आदेश जारी किया गया था। अब इसे बढ़ाने के लिए कोई आदेश नहीं आया है इसलिए 16 जून से सभी पर्यटन स्थल खोल दिए जाएंगे। उत्तर प्रदेश में आगरा के ताजमहल समेत सभी एएसआई संरक्षित इमारतों को खोल दिया जाएगा।

ताजमहल में एंट्री को लेकर नए नियम बनाए गए हैं। लोगों को ताज के दीदार के लिए इन नियमों का पालन करना जरूरी होगा। आदेश में कहा गया है कि एक बार में सिर्फ सौ लोगों को ही परिसर में प्रवेश मिलेगा। लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी होगा।

पिछले साल 188 दिन बंद रहा ताजमहल
कोरोना महामारी के चलते पिछले साल एएसआी ने 17 मार्च को ताज महल बंद कर दिया था। कोरोना लॉकडाउन में भी ताजमहल बंद रहा। 188 दिन के बाद ताजमहल फिर से खोला गया। इस बार कोरोना केसेस बढ़े तो 15 अप्रैल से 15 जून तक सभी भारतीय पुरातत्व विभाग की संरक्षित इमारतों को बंद कर दिया गया। इस दौरान बीते 60 दिनों से ताजमहल बंद है।

खुलेगा बौद्ध स्थल भी
इधर कुशीनगर जिला अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थलों में स्थान रखने वाले बौद्ध महापरिनिर्वाण स्थली के मंदिरों को कोरोना के दूसरी लहर आने के बाद 15 जून तक बन्द रखने के आदेश समाप्त होने के बाद 16 जून को खुलने जा रहा हैं। पर्यटन स्थली के खुलने से इस क्षेत्र से जुड़े लोगों ने व्यापार बढ़ने और रौनक लौटने की उम्मीद जागी है।

पर्यटन से जुड़ा कारोबार पटरी पर लौटने की उम्मीद
पुरातत्विक ऐतिहासिक धरोहर बुद्ध महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर आम लोगों के लिए आगामी 16 जून को खोल दी जाएगी। इससे स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि कोरोना काल के द्वितीय लहर के बाद सूनी हो चुकी कुशीनगर की रौनक पुनः लौट आएगी। वहीं यहां आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं को कुशीनगर स्थित मंदिरों के दर्शन हो सकेंगे और पर्यटन से जुड़े कारोबार तथा कारोबारियों को काफी लाभ होगा। आपको बता दें कि देश में करोना के दूसरी लहर के चलते सभी धरोहरों को 15 जून तक बंद करने के आदेश पारित हुए थे। जिसके बाद महापरिनिर्वाण मंदिर माथा कुंवर और रामाधार स्तूप के प्रवेश द्वारों पर ताले लटका दिए गए थे, जिसके चलते दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक मायूस होकर लौट रहे थे।भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने भी जगाई आस

कोरोना संक्रमण के नियंत्रण में आने के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने अपने आदेशों को आगे नहीं बढ़ाया है, जिससे 16 जून को इन मंदिरों को खुलने की उम्मीद बढ़ गई है. अनुविभाग के अधिकारी / निदेशक धरोहर डॉक्टर एनके पाठक ने दिया है। इस संबंध में स्थानीय पुरातत्व संरक्षण अधिकारी शादाब खान ने बताया कि आदेश तो है जहां तक उम्मीद है कि 16 जून तक महापरिनिर्वाण स्थली खुल जाएगी।

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