उन्नाव : बवाल के बाद अरुण सिंह का टिकट कटा, शकुन सिंह बनीं दावेदार

 उन्नाव। उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर रही है। इसी कड़ी में   गुरूवार बीजेपी ने उन्नाव जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में अरुण सिंह को उतारा था। भाजपा ने माखी रेप कांड के दोषी कुलदीप सिंह सेंगर के करीबी और राज्यमंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ धुन्नी सिंह के दामाद अरूण सिंह को प्रत्याशी बनाया था।

मीडिया में खबरें छपते ही भाजपा बैकफुट पर आ गई है। जिसके बाद उसने उन्नाव जिला पंचायत के लिए पूर्व एमएलसी अजीत सिंह की पत्नी शकुन सिंह को बीजेपी उम्मीदवार घोषित किया है। बता दें कि उन्नाव रेप कांड पीड़िता ने अरुण सिंह पर भी आरोप लगाया था। रेप कांड पीड़िता के परिवार वालों का जब एक्सीडेंट हुआ था, तब अरुण सिंह को भी आरोपी बनाया गया था।

अरूण सिंह को टिकट दिए जाने के बाद पीड़िता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिखी थी। पीड़िता ने कहा कि बीजेपी उन लोगों को टिकट दे रही है, जो मुझे जान से मारना चाहते हैं। पीड़िता ने कहा कि कुलदीप सिंह सेंगर और उनके करीबियों ने उनके परिवार को बर्बाद कर दिया है, बीजेपी एक तरफ ये कहती है कि दोषियों को जेल में डाला जा रहा है दूसरी तरफ उन्हें अपनी पार्टी से टिकट दे रही है, ऐसे में उन्हें कैसे न्याय मिलेगा।

पीड़िता ने अरुण सिंह से जान का खतरा बताते हुए उनका टिकट कैंसिल करने की मांग की थी। जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर कई दिनों से चल रही जोर आजमाइश के बाद बुधवार रात करीब 11 बजे बीजेपी ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए नवाबगंज के पूर्व ब्लॉक प्रमुख व औरास द्वितीय से निर्वाचित अरुण सिंह को प्रत्याशी घोषित किया था। जिसके बाद अब टिकट कैंसिल कर दिया गया है।

गौरतलब है कि इससे पहले बीजेपी ने कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर को जिला पंचायत सदस्य पद का प्रत्याशी घोषित किया था। जब बवाल मचा तो उनका टिकट काट दिया गया था। इससे पहले संगीता सेंगर ही उन्नाव जिला पंचायत की अध्यक्ष थीं। 2017 में हुआ उन्नाव गैंगरेप कांड में दोषी कुलदीप सेंगर जेल में हैं तथा भाजपा से निष्कासित किए जा चुके हैं। बावजूद इसके भाजपा नेताओं का सेंगर प्रेम समय समय पर झलकता रहता है।

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