यूपी में कोरोना : रविवार को मिले 21 नए मरीज, प्रदेश में हुआ सबसे अधिक टीकाकरण

प्रदेश में कोरोना का प्रकोप घट गया है. रविवार को 21 कोरोना के नए मरीज पाए गए. यह मरीज 12 जिलों में पाए गए हैं. वहीं तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है.

लखनऊ: प्रदेश में रविवार को कुल 21 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई. इस दौरान केवल 12 जिलों में ही कोरोना के नए मरीज मिले. वहीं रविवार को 28 मरीज स्वस्थ्य होकर अस्पताल से डिस्चार्ज भी किए गए. अब तक प्रदेश में 7 करोड़ 59 लाख 46 हजार 515 कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है. पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 2 लाख 33 हजार 241 सैम्पल की टेस्टिंग हुई. वहीं अब तक 16 लाख 86 हजार 487 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं.

प्रदेश में तीसरी लहर से निपटने की तैयारी जारी है. अस्पतालों में 555 ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम चल रहा है. इसमें 400 प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं 56 हजार से अधिक आइसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं.

0.01 फीसदी रह गई रिकवरी दर
प्रदेश के 34 जिलों में कोविड का एक भी एक्टिव केस नहीं है. विगत दिवस हुई कोविड टेस्टिंग में 63 ज़िलों में संक्रमण का कोई भी नया केस नहीं मिला. वर्तमान में 177 कोरोना संक्रमितों का उपचार हो रहा है. औसतन हर दिन सवा दो लाख से ढाई लाख तक टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 फीसदी से आधी हो गई है और रिकवरी दर 98.7 फीसदी है.

34 जिले कोरोना मुक्त
कोविड की वर्तमान स्थिति के अनुसार प्रदेश के 34 जनपदों (बलिया, अलीगढ़, अमरोहा, अयोध्या, बागपत, बलरामपुर, बांदा, बस्ती, बहराइच, भदोही, बिजनौर, बुलंदशहर, चंदौली, चित्रकूट, एटा, फतेहपुर, गोंडा, हमीरपुर, हरदोई, हाथरस, कासगंज, कुशीनगर, ललितपुर, महोबा, मुरादाबाद, पीलीभीत, प्रतापगढ़, रामपुर, सहारनपुर, संतकबीरनगर, शामली, श्रावस्ती, सिद्धार्थ नगर और सोनभद्र) में कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है. यह जनपद आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं.

प्रदेश में हुआ सबसे अधिक टीकाकरण
भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप कोविड टीकाकरण के लिए अर्ह उत्तर प्रदेश की 48 फीसदी आबादी ने कोविड टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है. पहली खुराक लेने वालों की संख्या 7 करोड़ 22 लाख से अधिक हो गई है. ऐसे में प्रदेश में कुल कोविड वैक्सीनेशन 8 करोड़ 68 लाख से अधिक हो गया है. यह एक राज्य में हुआ सर्वाधिक टीकाकरण है.

अगस्त से अब तक के आंकड़े
एक अगस्त को प्रदेश में 36 मरीज मिले थे. दो अगस्त को 25, वहीं तीन अगस्त को 65 रोगी पाए गए. इसके अलावा 4 अगस्त को 61, 5 अगस्त को 34, 6 अगस्त को 41, 7 अगस्त को 28, 8 अगस्त को 58, 9 अगस्त को 23, 10 अगस्त को 20, 11 अगस्त को 27 और 12 अगस्त को 43 मरीज मिले. वहीं माह में सर्वाधिक मौतें 12 अगस्त को ही हुई. 13 अगस्त को 33 मरीज मिले. 14 अगस्त को 42, 15 अगस्त 72 नए मरीज पाए गए. 16 अगस्त को 17 नए मरीज मिले. 17 अगस्त को 27 मरीज मिले. 18 अगस्त को 29 केस मिले. 19 अगस्त को 26 केस रहे. वहीं 20 अगस्त को 26, 21 अगस्त को 19, 22 अगस्त को 19 व 23 अगस्त को 7 व 24 को 28 केस, 25 को 22, 26 को 19, 27 को 21, 28 को 26 केस, 29 को 15, 30 को 21, 31 को 19 केस मिले. वहीं एक सितंबर को 19 मरीज मिले. दो सितंबर को 36 और तीन सितंबर को 18, चार सितंबर को 26 मरीज, पांच सितंबर को 18 केस, 6 सितंबर को 12 केस, 7 सितंबर को 22, 8 सितंबर को 16, 9 सितंबर को 11, 10 सितंबर को 10 केस, 11 सितंबर को 14 मरीज और 12 सितम्बर को 21 मरीज मिले. 

मिल रहे डेंगू के भी मामले

राजधानी लखनऊ में कोरोना के बाद अब डेंगू का प्रकोप नजर आने लगा है. लखनऊ में रोजाना डेंगू के मरीज सामने आ रहे है. रविवार को भी 5 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है. इसमें सभी मरीजों को भर्ती कर लिया गया है. एक मरीज की हालत गंभीर बताई जा रही है. स्वास्थ्य विभाग के ओर से संचारी रोग अभियान भी चलाया जा रहा है. हर गली मोहल्ले में एंटी लार्वा का छिडकाव कराया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग की टीम हर दिन शहर के कुछ इलाकों में जाकर जांच करती है. कैंप लगाकर निशुल्क लोगों की जांच होती है. भर्ती हुए मरीजराजधानी में डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. बलरामपुर अस्पताल में पांच लोगों की हुई डेंगू जांच में पांच लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसमें 3 मरीजों को भर्ती कर लिया गया है. दूसरी ओर सिविल अस्पातल की इमरजेंसी में आये एक पुरूष मरीज जांच में डेंगू पॉजिटिव आया है. जिसके बाद उसे भर्ती कर लिया गया है. यहां दो मरीज इस समय भर्ती है. इसके अलावा लोकबंधु में एक भी नया मरीज नहीं भर्ती हुआ है. यहां पर 2 बच्चों व 6 बड़ों समेत कुल 8 मरीज पहले से भर्ती है.राजधानी में बुखार से ग्रस्त एक मासूम बच्चें की जान चली गई. वह कई दिन से बुखार से ग्रस्त था. परिजनों ने उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया था. वहां पर हालत बिगडऩे पर उसे वेंटीलेटर स्पोर्ट पर रखा गया मगर उसकी जान नहीं बचाई जा सकी. डॉक्टरों का कहना है कि बच्चें को गंभीर हालत में लाया गया था. तीन दिन तक वेंटीलेटर सपोर्ट पर भी रखा गया मगर उसकी मौत हो गई. उसकी डेंगू रिपोर्ट निगेटिव थी, मगर सभी लक्षण डेंगू के ही थे.

दुबई से आए यात्री की रिपोर्ट आई निगेटिव

बीते 8 सितंबर को दुबई से लौटे यात्री की दो दिनों के बाद कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. डिप्टी सीएमओ डॉ. मिलिंदवर्धन ने बताया कि संक्रमित के संपर्क में आये परिजनों समेत कुल 38 लोगों के टेस्ट किए जा चुके है. सभी के एंटीजन टेस्ट निगेटिव आये है. लेकिन, साथ ही सैंपल आरटीपीसीआर के लिए भी भेजा गया है. वहीं, संक्रमित का सैंपल जीनोम सीक्वेसिंग के लिए केजीएमयू भेजा दिया गया है. मरीज फिलहार घर पर है और उसको किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है. विभाग द्वारा पूरी नजर रखी जा रही है.एसजीपीजीआइ ने पूरे किए 22 लाख कोरोना टेस्ट

संजय गांधी स्नात्कोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान ने 22 लाख कोरोना टेस्ट पूरे कर लिए हैं. यह उपलब्धि मार्च 2020 से अब तक के दौरान हासिल हुई है. सबसे पहले कोरोना जांच की सुविधा एसजीपीजीआइ में ही शुरू हुई थी. यहां लखनऊ के अतिरिक्त प्रदेश के अन्य दर्जन भर से अधिक जनपदों के नमूने भी जांचे जा रहे हैं. दूसरी लहर के दौरान से रोजाना 10 से 14 हजार जांच रोजाना की जाने लगी थी. हालांकि अब कोरोना के मामले कम होने से नमूने जांचने की संख्या भी कम हुई है.

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