यूपी : 15 हजार रुपये की इनामी शिक्षका गिरफ्तार, दूसरे की मार्कशीट लगाकर बन गई सरकारी स्कूल टीचर

उत्तर प्रदेश के रायबरेली की 15 हजार की इनामी शिक्षिका को पुलिस ने सोमवार को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया। शिक्षिका किसी दूसरे की फर्जी मार्कशीट लगाकर एक सरकारी स्कूल में बच्चों को पढ़ाती थी। लॉकडाउन में स्कूल बंद होने के चलते शिक्षिका छह महीने से लखनऊ के निजी अस्पताल में नर्स का काम कर रही थी। पुलिस ने आरोपी महिला को अस्पताल से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पूछताछ के बाद उसको जेल भेज दिया है।

फर्जी मार्कशीट लगाकर बन गई थी फुल टाइम टीचर

कन्नौज के रामपुर बेहटा थाना अंतर्गत सौरिख गांव की मंजेश कुमारी उर्फ अंजली स्कूल में फुल टाइम टीचर थी। मंजेश ने अनामिका शुक्ला के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों पर कास्तूरबा गांधी आवासी बालिका विद्यालय, बछरावां (रायबरेली) में नौकरी हासिल की। करीब एक साल तक पढ़ाती रही, लेकिन किसी को भनक तक नहीं हुई।

गोंडा व अंबेडकरनगर में आया था ऐसा ही मामला

रायबरेली से पहले प्रदेश के गोंडा व अंबेडकरनगर जिले में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था। दोनों जिलों में अनामिका नाम से कोई ओर टीचर की नौकरी करने रही थी। जिसका पुलिस ने खुलासा किया था।

छह महीने से कर रही थी नर्स का काम

लॉकडाउन में स्कूल बंद होने से मंजेश लखनऊ में थी। वह पिछले छह महीने से लखनऊ के एक निजी अस्पताल में नर्स की नौकरी कर रही थी। जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने अस्पताल से ही मंजेश को गिरफ्तार किया। अब पुलिस अस्पताल में जमा मंजेश के शैक्षणिक प्रमाण प्रत्रों की जांच कर रहा है।

8 मार्च 2019 से कर रही थी फुल टाइम नौकरी

पूछताछ में आरोपी मंजेश ने अपना गुनाह कबूल किया। मंजेश ने बताया कि उसने खुद को अनामिका शुक्ला बताकर बछरावां के एक विद्यालय में फुल टाइम टीचर की नौकरी हासिल की थी। वह 8 मार्च 2019 से नौकरी कर रही थी। फिर अगले साल 7 मार्च 2020 को वह होली की छुट्टी पर चली गई थी। इस बीच उसने दो लाख 58 हजार रुपए सैलरी ली। 14 मार्च को उसे आना था, लेकिन उसने फिर छुट्टी ले ली। इसके बाद कोरोना की पहली लहर आ गई और लॉकडाउन लगा दिया गया।

ऐसे सामने आई हकीकत

लॉकडाउन में स्कूल बंद चल रहे थे। इसी दौरान मानव संपदा पोर्टल पर कर्मचारियों व अधिकारियों को डेटा फीड किया जा रहा था। डेटा फीडिंग के समय मंजेश का फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। फिर, जब दीक्षा एप पर विद्यालय वार डेटा फीडिंग कराई गई तो पूरा मामला सामने आ गया।

20 जून 2020 को दर्ज हुआ था केस, 15 हजार रखा इनाम

फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद बीएसए रायबरेली के निर्देश पर 20 जून 2020 को फर्जी अनामिका शुक्ला के खिलाफ बछरावां थाने में केस दर्ज कराया गया था। पुलिस तब से उसकी तलाश कर रही थी। उस पर 15 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था। एसपी ने बताया कि अनामिका प्रकरण में आरोपित मंजेश कुमारी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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