बहराइच : गन्ना बुवाई का क्षेत्रफल बढ़ाने व अधिक पैदावार के लिए दिए महत्वपूर्ण सुझाव : गन्ना प्रबंधक

बहराइच। तहसील महसी क्षेत्र के किसानगंज करेहना स्थिति मंदिर प्रांगण में पारले चीनी मिल के द्वारा क्षेत्रीय किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य गन्ना प्रबंधक जगतार सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रति एकड़ 10 बोरी पारले गोल्ड के साथ 10 किलो ट्राइकोडरमा व 5 किलो पी.एस.बी., 5 किलो एसीटो डालकर खेत की जुताई करें और अधिक उत्पादन देने वाली प्रजातियां जैसे 15023, 0 118, 14201 गन्ना अच्छे जमाव के लिए स्वस्थ प्लाट से ही गन्ना बीज लें ,गन्ना हमेशा दो आंख का टुकड़ा करके अधिक पैदावार के लिए रिंगपिट व ट्रेंच विधि से बोना चाहिए। बीज उपचार हेतु हेक्जास्टाप फफूंद नाशक दवा 100 ग्राम, इमिडाक्लोरोप्रिड 100 मिलीलीटर, एक किलोग्राम यूरिया को 100 लीटर पानी में घोल बनाकर 30 मिनट तक बीज उपचारित करें। बुवाई के समय 75 किलोग्राम डीएपी, 100 किलोग्राम पारले ऑर्गेनिक पोटाश, 25 किलोग्राम यूरिया, 10 किलोग्राम सल्फोजिंक प्रति एकड़ की दर से मिलाकर नाली में बुवाई करें। गन्ना प्रबंधक ने चीनी मिल की तरफ से दिए जा रहे सुविधाओं के बारे में कहा कि 15023, 14201 की बुवाई पर 5 लीटर बायो एक्सट्रेक्ट एवं 100 ग्राम हेक्जास्टाप भूमि एवं बीज उपचार के लिए निशुल्क दिया जाता है।

जैविक एवं ऑर्गेनिक खाद लेने पर भारी छूट उपलब्ध जैसे पारले र्ऑर्गेनिक पोटाश, ट्राइकोडरमा पाउडर, पारले गोल्ड जैविक खाद एवं अन्य उत्पाद के साथ दिया जा रहा है। प्रबंधक ने पेडी से अधिक पैदावार के लिए किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि गन्ने के ठूंठों को जमीन की सतह से कटाई करें इसके बाद तुरंत पानी चलाएं, सिंचाई के उपरांत पांच बोरी पारले गोल्ड जैविक खाद में 10 किलो ट्राइकोडरमा मिलाकर प्रति एकड़ की दर से प्रयोग करें व अन्य खादों में 75 किलोग्राम डीएपी, 100 किलोग्राम पारले ऑर्गेनिक पोटाश, 25 किलोग्राम यूरिया प्रति एकड़ की दर से डालकर जुताई गुडाई करें। माह अप्रैल मई-जून में दो-तीन बार यूरिया एवं माइक्रोन्यूट्रिएंट्स का स्प्रे अवश्य करें तथा जुताई गुड़ाई एवं कीटनाशक रोगों पर विशेष देखरेख करते रहें यह सब करने से आप सभी किसानों को बहुत अच्छी पैदावार मिलेगी। इस मौके पर गन्ना अधिशासी शिव कुमार मिश्रा, सहायक गन्ना अधिकारी नीरज सिंह, क्षेत्रीय सुपरवाइजर सुनील सिंह व सोनारी देवी पांडेय, राकेश कुमार मिश्रा, सुबोध त्रिवेदी, धर्मेन्द्र शुक्ला सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।

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