बाराबंकी : अभी तैनाती मिली भी नहीं और ज़ैदपुर थाना क्षेत्र में शुरू हो गई उगाही !

  • विधायक ने चार निरीक्षकों व तीन सिपाहियों की संपत्ति की जाँच की मांग कीशरद अवस्थी के अनुसार अमरेश बघेल का लखनऊ में पांच करोड़ का मकानथाने में तैनाती ना होने के बाद भी ज़ैदपुर थाना क्षेत्र में उगाही करने का लगाया आरोप
  • मुख्यमंत्री व डीजीपी को सत्ताधारी पार्टी के विधायक शरद अवस्थी ने भेजा शिकायती पत्र

बाराबंकी । थाने में तैनात प्रभारी निरीक्षक अमरेश सिंह बघेल व अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक धनंजय सिंह सहित तीन सिपाही सर्वेस सिंह, शाहनवाज व गजेन्द्र सिंह की करतूतों का चिट्ठा रामनगर विधायक द्वारा खोला गया हैै। सोशल मीडिया पर विधायक के बयान वाला वीडियो वायरल होने के बाद महकमें में खलबली है। शरद ने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व डीजीपी से शिकायती पत्र दिया है।

साथ ही इन सभी की संपत्ति की जांच इनकम टैक्स विभाग से करने की मांग की है। विधायक के मुताबिक जैदपुर कोतवाली के तीन सिपाहियों के तबादले के बाद थाने के मातहतों ने उन्हें उगाही करने से रोक रखा था। इस सिपाही को थाना प्रभारी निरीक्षकों का सबसे चहीता माना जाता रहा है। थाना प्रभारियों ने तीनों सिपाहियों को अवैध बूचड़खाने, अवैध लकड़ी के कटान, अवैध खनन व मारफीन तस्करी से लेकर सभी प्रकार के अवैध कामों की वसूली का जिम्मा दे रखा था।

 कोरोड़ो की संपत्ति रखते हैं प्रभारी व मातहतों 
कोतवाली थाना जैदपुर में तैनात रहे सिपाहियों व मौजूद प्रभारियों के शहरों में बेशकीमती मकानों से लेकर ऊंची ऊंची लकजरी गाड़ियों सहित करोड़ों की सम्पति के मालिक है। इस पर विधायक शरद अवस्थी ने सभी की सम्पत्ति की जांच की मांग की है। विधायक ने कहा कि ज़ैदपुर के थाना प्रभारी अमरेश सिंह बघेल, अतिरिक्त प्रभारी धनजंय सिंह, फतेहपुर और के घुँघटेर थाना प्रभारियों ने मिली भगत कर सर्वेस सिंह, शाहनवाज व गजेन्द्र सिंह तीनों सिपाहियों से जमकर उगाही करवाई, जिसकी भनक उच्च अधिकारियों को नहीं हुई। विधायक के अनुसार अमरेश बघेल का लखनऊ में पांच करोड़ रुपये का मकान बन रहा है। धनंजय सिंह ने भी धन उगाही की है। ये अधिकारी बीते डेढ़ वर्ष से यहां बने हुए हैं। इसकी जांच लोकल स्तर से ना होकर, प्रदेश स्तर से होनी चाहिए। साथ ही इनकम टैक्स विभाग भी इन सभी की संपत्ति की जाँच करे।

इनसेटफाइनैंस की गाड़ियों में भी जमकर की थी उगाही
 बैंक से हुई गाड़ियों के फाइनैंस की फ्राड के मामले में जनपद की पुलिस द्वारा सभी आरोपियों को वांछित किया गया था। फ्राड में लिप्त सभी आरोपियों को पुलिस ने पकड़ भी लिया था। इस मामले में कप्तान ने एक सभी थानों को आदेश भी दिया था कि गाड़ियों के मामले में किसी को परेशान न किया जाये। परन्तु जैदपुर के यही पुलिस कर्मियों ने लोगों पर मुकदमा दायर करने का दबाव बनाकर जमकर कई लाखों की वसूली कर डाली।

दो पहिया चार पहिया वाहनों की बरामदगी के मामले में कोतवाली के जिम्मेदार प्रभारियों सहित यही तीनों सिपाही सर्वेस सिंह, शाहनवाज व गजेन्द्र सिंह ने अपना बखूबी फर्ज निभाया। सिपाही सर्वेश सिंह ने तत्कालीन हल्का दरोगा शैलेन्द्र आज़ाद की मिली भगत से पूरे थाने की कमान संभाल रखी थी। मालूम हो कि जैदपुर थाने पर 192 अदद दो पहिया चार पहिया वाहनों को बरामद किया गया था।

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