
शहजाद अंसारी
बिजनौर। उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से बाढ़ की संभावना को देखते हुए शासन प्रशासन ने किसानों को गंगा के पार नहीं जाने दिया। मंडावर थाना प्रभारी ने बालावाली से लेकर रावली तक गंगा के किनारे बसे गांव में जाकर अलाउंसमेंट कर लोगों को सचेत कर गंगा के उस पार नहीं जाने की अपील की।
उत्तराखंड के चमोली में रविवार की सुबह ग्लेशियर टूटने से धोलीगंगा में अचानक बाढ़ आ जाने से चारों तरफ शासन प्रशासन ने गंगा किनारे बसे लोगों को सचेत कर गंगा से अलग रहने की अपील की।
मंडावर थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बालावाली से लेकर रावली तक गंगा के किनारे बसे गांव में जाकर अलाउंसमेन्ट कर लोगों को जानकारी दी कि चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने की वजह से यहां भी बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है इस लिए कोई भी व्यक्ति गंगा पार न जाये।
व राजारामपुर, देवललगढ के सामने पुल पर भी पुलिस टीम मौके पर मौजूद रही। लेखपाल देवेन्द्र कुमार ने मंदिर पर अलाउसमेन्ट कराकर बताया कि गांव में 2013 वाली आपदा जैसी स्थिति बन सकती है इसीलिए उन्होंने जो लोग गंगा के उस पार अपने खेतों पर गये हुए थे उन्हें भी जल्दी जल्दी घर बुला लिया गया और गंगा के उस पार गांव इच्छावाला में भी जो लोग अपनी छोपडी बनाकर रह रहे थे उन्हें भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। पुलिस अधीक्षक डा0 धर्मवीर सिंह ने जनपद के लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति अफवाहों पर ध्यान न दे केवल सावधानी बरतें और गंगा के पास बनी अपनी छोपडी पर न रहे और अपना किमती सामान और अपने पशु आदि को भी वहां से हटा लें क्योंकि पानी का कुछ नहीं पता कितना आ जाये उधर रात भर गंगा के पास बसे गांव में पुलिस और राजस्व विभाग के कर्मचारी भी रहकर पानी पर अपनी निगाहें बनाये रहे।