Budget 2021: क्या आप जानते है बजट से जुड़ी ये रोचक बातें, यहाँ लीजिये पूरी जानकारी

Budget 2021: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी को संसद के पटल पर बजट 2021 पेश करेंगी. निर्मला सीतारमण तीसरी बार बतौर वित्त मंत्री बजट पेश करने जा रही हैं.

कोरोना महामारी के बाद यह बजट बहुत ही अहम माना जा रहा है. हालाकिं महामारी के दौरान वित्त मंत्री कई बार आकर बड़ी-बड़ी योजनाओं का ऐलान कर चुकी हैं. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने कहा है कि कोरोना काल में कई मिनी बजट (Mini Budget) पेश किए गए और 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट भी उन्हीं मिनी बजटों का एक हिस्सा है.

हालांकि अब देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट आई है. अर्थव्यवस्था न केवल पटरी पर लौट आई है बल्कि, तेजी से आगे भी बढ़ रही है. ऐसे में तमाम सेक्टर वित्त मंत्री की तरफ उम्मीद लगाए बैठे हैं कि बजट के पिटारे में से उनके लिए भी कुछ न कुछ सौगात जरूर निकलेगी. बजट से किस-किस को क्या मिलेगा, इस बात का पता तो दोपहर को ही चल पाएगा. 

बहरहाल, बजट से पहले आपको यह जरूर जानना चाहिए कि आम बजट का इतिहास क्या है और इससे जुड़े रोचक तथ्य क्या हैं. 

आम बजट का इतिहास (Indian Budget History)
– वार्षिक वित्त रिपोर्ट को ‘आम बजट’ कहा जाता है.
– संविधान के ‘अनुच्छेद 112’ में आय-व्यय का लेखा-जोखा है.
– भारत में पहला बजट 7 अप्रैल 1860 को पेश किया गया था.
– ब्रिटिश सरकार के वित्त मंत्री जेम्स विल्सन ने बजट पेश किया था.
– आरके षणमुखम चेट्टी आजादी के बाद पहले वित्तमंत्री बने.
– आरके षणमुखम चेट्टी ने 26 नवंबर, 1947 को बजट पेश किया था.
– संविधान गठन के बाद पहला बजट 28 फरवरी, 1950 को पेश हुआ था.

भारत का और आजाद भारत का पहला बजट (India’s First Budget)
भारत में पहला बजट 7 अप्रैल 1860 को पेश किया गया था. लेकिन आजाद भारत का पहला बजट उस समय के वित्त मंत्री आर.के. षणमुखम चेट्टी ने 26 नवंबर, 1947 में पेश किया था. 

कैसे तैयार होता है बजट (Budget Preparation)
– वित्त मंत्रालय, नीति आयोग और दूसरे मंत्रालय बजट तैयार करते हैं.
– वित्त मंत्रालय खर्च के आधार पर गाइडलाइन जारी करता है.
– अलग-अलग विभागों के बीच फंड देने को लेकर चर्चा होती है.
– बजट बनने की प्रक्रिया सामान्य रूप से सितंबर से शुरू हो जाती है.
– किस विभाग को कितनी रकम मिले वित्त मंत्रालय ब्लूप्रिंट बनाता है.
– अक्टूबर-नवंबर के दौरान अन्य मंत्रालयों के साथ बैठक होती है.

बजट से जुड़े रोचक तथ्य (interesting facts about budget)
– वित्तमंत्री का भाषण सबसे सुरक्षित दस्तावेज होता है.
– बजट से दो दिन पहले छपने के लिए भेजा जाता है.
– हालांकि, इस बार बजट डिजिटल रूप में पेश किया जाएगा.
– बजट की छपाई के दौरान वित्त मंत्रालय के सभी अधिकारी-कर्मचारी दफ्तर में ही रहते हैं.
– स्टाफ को परिवार से भी बातचीत की इजाजत नहीं रहती है.
– बजट से जुड़े लोग और प्रकाशन पर कड़ी नज़र रखी जाती है.

बजट दस्तावेज को मंजूरी
– वित्त मंत्री को बजट की पहली ड्राफ्ट कॉपी दी जाती है.
– बजट ड्राफ्ट पेपर नीले रंग का होता है.
– बजट पेश करने से पहले राष्ट्रपति की अनुमति ली जाती है.
– राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद मंत्रिमंडल के सामने रखा जाता है.
– इसके बाद संसद के दोनों सदनों में पेश किया जाता है.
– आम बजट दो हिस्सों में बंटा होता है.
– पहले हिस्से में आर्थिक सर्वे और नीतियों का ब्यौरा होता है.
– दूसरे हिस्से में प्रत्यक्ष और परोक्ष कर के प्रस्ताव रखे जाते हैं.

प्रधानमंत्री ने किया बजट पेश
देश के इतिहास में ऐसा कई बार हो चुका है जब खुद प्रधानमंत्री ने बजट पेश किया है. दरअसल, कई ऐसे प्रधानमंत्री हुए हैं जिनके पास वित्त मंत्रालय का भी अतिरिक्त कार्यभार था. इनमें जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी शामिल हैं.

हलवे की रस्म
– वित्त मंत्रालय में हलवा खाने की रस्म निभाई जाती है.
– दस्तावेजों की छपाई प्रक्रिया शुरू होने से पहले की रस्म.
– वित्त मंत्री अपने हाथों से अधिकारियों और कर्मचारियों को हलवा बांटते हैं.
– हलवे की रस्म के बाद से बजट पेश होने तक बाहरी संपर्क नहीं.
– बजट पेश होने के बाद वित्त मंत्रालय से बाहर निकलते हैं.

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