“हरियाणा में यादव और जाट समुदाय के उपरांत पंजाबी अपने आप को मज़बूत दावेदार मानते हैं “

भास्कर समाचार सेवा
गुरुग्राम। जैसा कि सर्वविदित है हॉल ही में हरियाणा के कोटे से राज्य सभा सदस्य का एक पद रिक्त हो रहा है जिसकी नियुक्ति इसी माह में होने वाली है । पंजाबी समुदाय अचानक सक्रिय हो गया है क्योंकि एक
समय था कि उनके विधान सभा में विधायक के लिए उचित प्रतिशत का अनुपात से सीट मिलती थी परंतु
अब पंजाबी समाज निराश है क्योंकि उन्हें उनका हक़ नहीं मिला है । अचानक पंजाबी समुदाय ने अपनी
आवाज़ संगठन के ऊँचे स्तर पर पहुँचाना शुरू कर दिया है । मात्र एक लोक सभा सांसद इस समय करनाल
से है और जातीय समीकरण से उनका विचार है कि पंजाबी समुदाय को राज्य सभा की सीट मिलनी चाहिए ।हो सकता है विभाजन विभीषिका का दर्द पर मरहम लगाने के लिए कोई पंजाबी अचानक मनोनीत किया जाये । हरियाणा में यादव और जाट समुदाय के उपरांत पंजाबी अपने आप को मज़बूत दावेदार मान रहे है । अगर वास्तव में ऐसा होता है तो अचानक संगठन कोई सक्रिय उम्मीदवार ढूँढ सकता है । सुनने में तो प्रोफेसर जगदीश मुखी, निर्वर्तमान राज्यपाल असम का नाम भी आ रहा है और दूसरा नाम डॉ
सर्वानंद आर्य सेवानिवृत्त उपकुलपति का भी है जो पंजाबियो को एकत्र करने में लगे है परंतु दोनों आयु की दृष्टि से शायद विचारणीय न हो । अगर स्वामी ज्ञानानंद जी या स्वामी धर्म देव जी को विचार करे तो कोई हैरानी नहीं होगी । दोनों अच्छे पड़े लिखे और गणमान्य व्यक्तित्व के व्यक्ति है । प्रश्न यह उठता है की क्या यह दोनों मानेंगे । एक अचंभित नाम गुरुग्राम से बोध राज सीकरी, वरिष्ठ भाजपा नेता और समाजसेवी व उद्योगपति बोध राज सीकरी का भी सुनने में आ रहा है जिनकी स्वच्छ छवि पार्टी को सोचने के लिए मजबूर कर सकती है क्योंकि हॉल ही मैं उन्होंने पहले गुरुग्राम के पंजाबियो को एक सूत्र में बांधा और अभी हॉल ही मैं पूरे हरियाणा की साठ से अधिक पंजाबी बिरादरियों का एक समूह बना डाला । संगठन में भी उन्होंने अच्छी छाप छोड़ी हुई है । संभवतः संघ भी इसके लिए सहमत जो जाये । कानाफुसी तो डॉ मार्कण्डेय आहूजा आँख रोग विशेषज्ञ रोहतक के नाम की भी चल रही है क्योंकि उन पर स्वामी ज्ञानानंद का हाथ है और हॉल ही में वह गुरुग्राम यूनिवर्सिटी के उपकुलपति के पद से निर्वात हुए है । मुख्य मंत्री बोध राज सीकरी और डॉक्टर मार्कण्डेय की ख्यामता से भली भाँति परिचित है । कोई बड़ी बात नहीं मुख्य मंत्री ख़ुद न इस सीट पर आ जाये ।
धीरे धीरे और नाम भी आ सकते है क्योंकि हरियाणा पंजाबी नेता से भरा पड़ा है और कोई भी नया चेहरा अचानक आ सकता है । आगे आगे देखो होता है क्या ?