भास्कर समाचार सेवा
नई दिल्ली। कैंसर का जल्द पता लगाने और उसकी रोकथाम के लिए प्रतिबद्ध कैंसर अवेयरनेस, प्रीवेंशन एंड अर्ली डिटेक्शन (कैपेड) ट्रस्ट ने अपने सफल परिवर्तनकारी सफर का एक दशक पूरा होने पर उल्लासपूर्वक जश्न मनाया। 21 मई, 2014 को स्थापित कैपेड ट्रस्ट ने विशेष रूप से सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्वास्थ्य देखभाल परिणामों में सुधार की दिशा में लगातार काम किया है।
अपनी 10वीं वर्षगांठ के अवसर पर, कैपेड ने 28 मई 2024 को नई दिल्ली के रजोकरी स्थित स्टेलर रिजॉर्ट्स में एक कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम सर्विकल कैंसर प्रिवेंशन डे (सीसीपीडी) पर वार्षिक उत्सव के साथ शुरू किया, जिसकी शुरुआत 21 मई 2022 को सर्विकल कैंसर की रोकथाम और निदान दिवस के तौर पर की गई थी। संस्था द्वारा यह कार्यक्रम भी ‘इंटरनैशनल डे ऑफ एक्शन फॉर वूमेंस हेल्थ’ से भी जुड़ा हुआ है जिसमें महिलाओं के स्वास्थ्य पहलुओं के वैश्विक महत्व पर जोर दिया जाता है।
इस कार्यक्रम में एसआरएफ लिमिटेड के मानद अध्यक्ष और कैपेड के ट्रस्टी अरुण भरतराम ने कैपेड की स्थापना के उद्देश्य व उसके दृष्टिकोण के बारे में विस्तृत रूप से बताया। उसके बाद कैपेड की सीईओ मृदु गुप्ता ने संगठन के पिछले सफर और अनुभवों पर प्रकाश डाला और आगामी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी। संस्था के भागीदार संगठनों ने भी सर्विकल कैंसर की रोकथाम और इसकी जल्द जांच के लिए कैपेड के साथ भागीदारी के लिए अपने विचारों को साझा किया। कैपेड में संचालन प्रमुख रवि कुमार के नेतृत्व में एक मान्यताप्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा) के साथ फायरसाइड चैट की पेशकश की गई। इस इवेंट में सामुदायिक सदस्यों की स्वायत्तता और आशा के व्यक्तिगत अनुभवों को भी साझा किया गया। इस मौके पर कैपेड संस्था के मिशन और विजन को प्रदर्शित करती एक फिल्म लॉन्च की गई। इसके साथ कार्तिक सेकरण द्वारा ऑडियंस केंद्रित थीम सॉन्ग प्रस्तुत करते हुए संगीतमयी कार्यक्रम आयोजित किया गया। पिछले दशक में कैपेड के प्रभाव में 573 गांवों में 42,000 से ज्यादा महिलाओं के लिए कैंसर जांच और जागरूकता पहलों के जरिये 6.06 करोड़ लोगों तक पहुंच बनाना शामिल था। संगठन ने राष्ट्रीय नीतिगत बदलावों को लागू करने की हिमायत करने, सर्विकल कैंसर रोकथाम उपायों तक पहुंच बढ़ाने में सक्रियता के साथ अपना योगदान दिया। कैपेड ने नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर प्रीवेंशन रिसर्च (एनआईसीपीआर) और नैशनल एसोसिएशन फॉर रीप्रोडक्टिव एंड चाइल्ड हेल्थ ऑफ इंडिया (एनएआरसीएचआई) जैसी प्रख्यात सरकारी संस्थाओं के साथ साथ अमेरिकन कैंसर सोसायटी (एसीएस), एशिया-पैसीफिक वूमेंस कैंसर कोएलीशन (एपीएसी डब्ल्यूसीसी) और ग्लोबल एचपीवी कंसोर्टियम जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ भागीदारी की है।
इवेंट में जिन भागीदार संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया, उनमें अमेरिकी कैंसर सोसायटी (एसीएस), एस्ट्राजेनेका, बेक्टन डिकिंसन (बीडी), रॉश, डीएसएस, वनस्टेज, एसआरएफ फाउंडेशन, द गेट्स फाउंडेशन, कार्कीनोज और निरामई के साथ साथ कैपेड के ट्रस्टी, कर्मचारी, वोलंटियर और एम्बेसडर शामिल थे। पेड की सीईओ मृदु गुप्ता ने कहा, ‘एक सामुदायिक संगठन और टीम के तौर पर हमने सर्विकल कैंसर के खिलाफ अपनी लड़ाई में चुनौतियों का सामना करने और सफलता हासिल करने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति का प्रदर्शन किया है। हम अपनी 10वीं वर्षगांठ पर सर्विकल कैंसर से मुक्त भविष्य के लिए मजबूत प्रतिबद्धता के साथ संकल्प लेते हैं कि हम साथ मिलकर मजबूती से आगे बढ़ते रहेंगे और सर्विकल कैंसर मुक्त भारत बनाने की दिशा में काम करते रहेंगे।’