
मिहींपुरवा/बहराइच l भारतीय संस्कृति जितनी प्राचीन है उतनी ही विशाल भी। हमारी संस्कृति अनेक सभ्यताओं व विचारधारा को अपने में समाहित किये हुये है।
तहसील मिहींपुरवा में मुस्लिम भाई का पिछले 21 वर्षो से रक्षाबंधन पर्व पर अपनी हिंदू बहन से राखी बंधवा अपनी बहन को रक्षा का वचन देना हमारी संस्कृति व सभ्यता की सुंदरता को प्रस्तुत करता है।
थाना मुर्तिहा अंर्तगत गंगापुर निवासी मीरा मौर्या अपने परिवार में अकेली पुत्री है। वर्ष 1999 में जब मीरा मौर्या कक्षा 9 में पढ़ती थी तब साथ ही पढ़ने वाले छात्र मामून रशीद को अपना भाई मान उनकी कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा था। तब से आज तक हर रक्षा बंधन में यह दोनो भाई बहन राखी बंधवा इस परम्परा का निर्वाह्न कर रहे है।
मिहींपुरवा निवासी मामून रशीद बताते है कि चूंकि उनकी भी कोई बहन नही थी इस लिये जब मीरा मौर्या ने उनकी कलाई पर राखी बांधी तब से वही उनकी बहन बन गयी। पिछले 21 वर्षो से हर वर्ष वह अपनी बहन मीरा मौर्या से राखी बंधवा रहे हैं तथा भाई के रूप में सभी परम्परा का निर्वाह्न कर रहे है।
हिंदू मुस्लिम भाई बहन की ओर से पिछले दो दशको से जिस आत्मीयता के साथ रक्षाबंधन का पर्व मनाया जा रहा है वह आपसी सौहार्द के लिये मिसाल है।