
– पूरे राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई
– हर आंख नम, सेना के जवानों की टुकड़ी ने दिया गार्ड़ आॅफ आॅनर
– मुख्यमंत्री की घोषणा, शहीद परिवार को 50 लाख की सहायता, परिवार के एक सदस्य को नौकरी
मुकेश चतुर्वेदी
कुरावली/मैनपुरी – अरुणाचल प्रदेश में उग्रवादियों के हमले में शहीद हुए असम राइफल्स के जवान का शव उनके पैतृक गांव पहुंचने के बाद राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। आगरा कैंट से पहुंची सेना के जवानों की टुकड़ी ने सलामी दी। शहीद जवान के बड़े बेटे ने चिता को मुखाग्नि दी। अंतेष्टि स्थल पर डीएम, एसपी और एसडीएम कुरावली सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने शहीद को श्रद्धाजंलि दी।
ज्ञात हो कि क्षेत्र के गांव नानामऊ निवासी 52 वर्षीय सेना के जवान वीरेन्द्र सिंह पुत्र गजराज सिंह 19 असम राइफल्स के जवान थे। जो अरुणाचल प्रदेश में तैनात थे। 4 अक्टूवर को वह अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग जिला के जयरामपुर थाना क्षेत्र के गांव टेंगमो के निकट उग्रवादियों द्वारा किए गए हमले में शहीद हो गए थे। दिल्ली से सेना के जवान का पार्थिव शरीर मंगलवार की रात गांव पहुंचा। गांव के ही पास राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। जवान की चिता को मुखाग्नि उनके बड़े बेटे बबलू ने दी। इस दौरान भारत माता की जयकार के जयकारे भी लगे। जिलाधिकारी महेन्द्र बहादुर सिंह, एसडीएम कुरावली अनूप कुमार सहित प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
परिवार को 50 लाख और एक सदस्य को नौकरी
जिलाधिकारी महेन्द्र बहादुर सिंह के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने असम राइफल्स के जवान के शहीद होने की सूचना मिलते ही श्रद्धाजलि देते हुए परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की है। साथ ही जिले की एक सड़क का नाम शहीद के नाम पर होगा।
गांव और अंतेष्टि स्थल पर हर आंख थी नम
सेना के जवान का शव जब गांव में पहुंचा तब पूरे ही गांव में हर आंख नम थी। क्षेत्र के लोगों को एक जवान को खो देने का गम था। इसके साथ अंतेष्टि स्थल पर चारों तरफ हर आंख नम थी। चिता को मुखाग्नि देते ही भारत माता की जय के जयकारे लगे।
मैनपुरी से प्रवीण पाण्डेय की रिपोर्ट