बहुआयामी विकास के लिये आवश्यक है प्रेरणा ज्ञानोत्सव: राम शंकर

  • पूर्व माध्यमिक विद्यालय चकबन तोड़ में हुई संकुल बैठक

प्रतापगढ़। प्रेरणा ज्ञानोत्सव अभिभावकों एवं विद्यार्थियों को विद्यालय के प्रति आकर्षित करने का एक अच्छा माध्यम है। पठन-पाठन एवं अनुशासन के साथ ही विद्यालयीय साज-सज्जा एवं ज्ञानोत्सव विद्यार्थियों के बहुआयामी विकास के लिए आवश्यक हैं। यह बातें खंड शिक्षा अधिकारी रामशंकर ने सदर विकास खंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय चकबन तोड़ में आयोजित संकुल बैठक एवं शैक्षिक संगोष्ठी में कही।

उन्होंने कहा कि अभिभावकों एवं समाज को विद्यालय के प्रति जोड़ने में विद्यालयीय समारोह महत्वपूर्ण हैं इसलिए पूरी तैयारी के साथ विद्यालयों मे समारोह कराए जाएं। प्राथमिक विद्यालय जहनईपुर की प्रधानाध्यापिका प्राची पांडे ने समृद्ध मॉड्यूल के बारे में बताते हुए कहा कि उपचारात्मक शिक्षा विद्यार्थियों की ज्ञान वृद्धि के साथ ही उनमें पढ़ने और समझने रुचि उत्पन्न करती है। कार्यक्रम का संचालन कर रहे शिक्षक आलोक मिश्र ने अधिगम संप्राप्ति में आने वाली समस्याओं पर प्रकाश डाला। अतिथियों का स्वागत विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सुषमा मौर्य ने किया।

मॉडल प्राथमिक विद्यालय जहनईपुर की शिक्षिका शिखा तथा प्राथमिक विद्यालय सगरा की शिक्षिका नीलम पाल ने कक्षा-शिक्षण का डेमो प्रदर्शन किया। पूर्व माध्यमिक विद्यालय पूरे ईश्वरनाथ की अध्यापिका अनीता मिश्रा ने टी एल एम का प्रदर्शन किया। प्राथमिक विद्यालय चकबन तोड़ की प्रधानाध्यापिका रेखा सिंह ने शिक्षण कार्य योजना प्रस्तुत की। संगोष्ठी में शालिनी श्रीवास्तव, मधु मिश्रा, सुधा त्रिपाठी, पुष्पा मिश्रा, रूपेश कुमार तिवारी, सीमा, शैलेंद्र प्रकाश, पल्लवी सिंह आदि ने सहभागिता की।

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