प्रेस वार्ता कर डॉक्टर विनीत वर्मा व डॉ मृदुल सिंघल ने दी ऑपरेशन की जानकारी
हरदोई, हरदोई में में चिकित्सा जगत को हैरान कर देने वाला एक मामला सामने आया है। यहां के सेठ नवल किशोर उर्मिला देवी चिकित्सालय में भर्ती पुरुष मरीज के पेट में बच्चेदानी मिली। ऑपरेशन के बाद बच्चेदानी को बाहर निकालकर उसकी जान बचाई गई। चिकित्सकों ने दावा किया कि दुनिया में अब तक ऐसे 150 मामले ही सामने आए हैं। ऑपरेशन करने वाले डॉ. विनीत कुमार वर्मा ने बताया कि मझिला थाना क्षेत्र के गांव धनवार चठिया निवासी 50 वर्षीय शरीफ अली उनके पास रविवार को आए और पेट में दर्द बताया।
हार्निया की आशंका पर उन्होंने अल्ट्रासाइंड कराने की सलाह दी गई। अस्पताल परिसर में ही हुए अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट सोमवार को आई जिसमें हार्निया के निकट पूर्ण विकसित बच्चेदानी मिली। डॉक्टरों को तुरंत इस पर विश्वास नहीं हुआ। डॉ. विनीत ने बताया कि पूरी जांच के बाद मरीज के परिजनों को बच्चेदानी के बारे में जानकारी दी गई। इसके बाद उन्होंने दूसरे चेकअप कराकर ऑपरेशन से बच्चेदानी को बाहर निकाला। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के बाद उसकी स्थिति सामान्य है। एक-दो दिन में उसकी छुट्टी कर दी जाएगी। हरदोई जिले में पुरुष के पेट में बच्चेदानी होने का यह पहला केस है। ऑपरेशन करने वाली टीम में डॉ. विनीत के अलावा डॉ. कार्तिकेय वाजपेयी, धीरज सिंह व अन्य सहयोगी मौजूद थे।
पेट दर्द से मिली राहत
शरीफ ने बताया कि पेट दर्द से अब राहत मिल गई है। बिस्तर से उठकर चलने पर अभी उसे चक्कर आ रहे हैं। इसके पहले कभी उसने अल्ट्रासाउंड नहीं कराया था। खबर फैलने पर परिजनों के अलावा ग्रामीणों में उसे देखने की होड़ मची है।
पूर्ण विकसित थी बच्चेदानी
चिकित्सकों के मुताबिक ऐसा उन्होंने पहली बार देखा है। इसके पहले 1939 में किसी देश में इस तरह का रेयरेस्ट केस रिपोर्ट किया गया था। डाक्टरों के मुताबिक इसे पर्सिस्टेट म्यूलरिन डक्ट सिंड्रोम बीमारी कहते हैं। डॉ. विनीत का कहना है कि बच्चेदानी पूर्ण विकसित थी। यह शरीर के एक ही साइड में थी। उनकी जानकारी के अनुसार प्रदेश में पहली बार ऐसा मामला सामने आया है। बीते 80 सालों में पूरे विश्व में इस तरह के 150 मरीज ही पाए गए हैं।
सीएमएस, डफरिन, कानपुर डॉ. नीता रानी के अनुसार, किसी पुरुष में यह जन्मजात खराबी हो सकती है। कभी-कभी किसी व्यक्ति में कुछ पुरुष और कुछ महिलाओं के लक्षण साथ-साथ मिलते हैं। यूट्रस भी उसी का हिस्सा हो सकता है। मगर यह असामान्य शारीरिक विकास है।