निरीक्षण में खुली परिषदीय विद्यालयों के शिक्षा व्यवस्था की पोल

  • – नामांकन के सापेक्ष बच्चों की उपस्थिति कम
  • – शिक्षक भी मिले गैर हाजिर
  • – मिड-डे-मील का अभिलेख मिला अपूर्ण
  गोपाल त्रिपाठी 
गोरखपुर।  उपजिलाधिकारी गोला अरूण कुमार सिंह ने शुक्रवार को बडहलगंज क्षेत्र के प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय खड़ेसरी का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में नामांकित बच्चों के सापेक्ष बच्चों की उपस्थिति काफी कम रही। वहीं अध्यापक भी बिना किसी सूचना के गायब रहे। इतना ही नहीं मिड-डे-मील का रजिस्टर भी अपूर्ण पाया गया। जिसके बाद एसडीएम ने इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी व बेसिक शिक्षा अधिकारी को देने की बात कही है।
     एसडीएम सबसे पहले प्राथमिक विद्यालय खडेसरी पर पहुँचे।
यहां 234 नामांकित बच्चों में मात्र 89 बच्चे ही मौजूद थे। यहां तैनात सहायक अध्यापक अखिलेश यादव बिना किसी सूचना के अनुपस्थित मिले। ताज्जुब की बात यह है कि दोपहर 12 बजे तक यहां बच्चों की उपस्थिति नहीं दर्ज की गई थी। मिड-डे-मील रजिस्टर का भी यही हाल था। इसके बाद एसडीएम पूर्व माध्यमिक विद्यालय पर पहुंचे। यहां कुल नामांकित बच्चों में 156 बच्चों में 66 बच्चे स्कूल आए हुए थे।
बच्चों की उपस्थिति रजिस्टर में कक्षा आठ के क्रम संख्या 44 से 60 तक 17 बच्चों की उपस्थिति विद्यालय सत्र शुरू होने से लेकर अब तक नहीं ली गई थी। यहां के प्रधानाध्यापक राजबहादुर व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी विमला देवी भी बिना सूचना के अनुपस्थित मिलीं। यहां भी मिड-डे-मील का रजिस्टर अपूर्ण पाया गया। इस संबंध में उप जिलाधिकारी ने बताया कि जांच रिपोर्ट डीएम व बीएसए को भेजी जा रही है। यहां तैनात शिक्षकों की लापरवाही सामने आ रही है। अभिलेखों का अपूर्ण होना जांच का विषय है।
पांच मान्यता विहीन विद्यालयों पर शिक्षा विभाग ने जडा ताला
शासन के निर्देश के बावजूद क्षेत्र में गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों का संचलन धड़ल्ले से हो रहा है। शुक्रवार को खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा विद्यालयों की जांच की गई जिसमें पांच विद्यालय मान्यता विहीन पाए गए। जिन पर तत्काल ताला जड दिया गया। साथ ही पुनः विद्यालय खोले जाने पर जुर्माना तथा प्राथमिकी दर्ज कराने की चेतावनी दी गई।
खंड शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र यादव ने पूर्वाचल पब्लिक स्कूल नरहरपुर खडेसरी, यूनिर्वसल पब्लिक स्कूल बुढनपुरा, एसए एकेडमी कृतपुरा, न्यू लाइट पब्लिक स्कूल बुढनपुरा पर जांच की।
जहां ये सभी विद्यालय बिना मान्यता के संचालित होना पाए गए। न्यू लाइट पब्लिक स्कूल की मान्यता कक्षा पांच तक है मगर कक्षा आठ तक के बच्चों का नामांकन किया गया था। जिसे बंद करा दिया गया। बता दें कि मई माह मे क्षेत्र के 32 गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयो के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई। बावजूद अभी भी कई वि़द्यालय संचालित हो रहे हैं। खंड शिक्षा अधिकारी ने कहाकि इन विद्यालयो को कई बार पत्रक देकर बंद करने का आदेश दिया गया था फिर भी ये लोग विद्यालय चला रहे थे। जांच अभियान निरंतर जारी रहेगा।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें