ग्रामीणों से लोन के नाम पर ठगी करने वाले नटवरलाल को पुलिस ने दबोचा

  • लम्बे अर्से से बैंक कर्मियों से मिलकर कर रहा था ठगी
  • पकडे जाने की सूचना पर ग्रामीणों ने थाने पर किया प्रदर्शन

किशनी/मैनपुरी- काफी समय से क्षेत्र के मासूम लोगों को अपने शातिर दिमाग से ठगने वाले नटवरलाल को आज पुलिस ने आखिर दबोचने में कामयाबी हासिल कर ही ली। पुलिस की इस कार्यवाही से जहां पीडितों ने संतोष की सांस ली है। वहीं बैंकों में आमतौर पर दलाली करने वालों के बीच खौफ ब्याप्त हो गया है। काफी लम्बे समय से क्षेत्र के गांव डांडेहार निवासी रिन्कू यादव उर्फ अरूण कुमार पुत्र विजय नरेश बैंक ऑफ इण्डिया की शाखा समान में अधिकारियों ने मिलकर दलाली करता आ रहा था। बाद में परिपक्व हो जाने पर उक्त नटवरलाल ने अपना दायरा बढाया और गांव में जाकर ग्रामीणों को लोन का लालच देता और उनके दस्तखत करा सारा लोन बैंक मैनेजरों ने मिलकर निकाल कर अपनी जेब के हवाले कर लेता। ग्रामीणों ने कई बार शिकायतें भी कीं पर अपनी पहुंच के कारण रिन्कू हर बार पुलिस की पहुंच से दूर रहा।
बुधवार को एक महिला की शिकायत पर थाना पुलिस रिन्कू को पकड कर थाने ले आई। पुलिस कार्यवाही की जानकारी होते ही कई ग्रामीण थाने आये और सभी ने पुलिस को तहरीर देकर अपने साथ हुई ठगी के बारे में बताया। नैगंवा निवासी किरन पत्नी उमेश बाल्मीकि ने बताया कि 2019 में रिन्कू उनके घर आया और उसे आधार कार्ड पर एक लाख बीस हजार का लोन दिलाने का वायदा किया। वह उनको ग्रामीण बैंक ले गया और कागजातों पर उनके हस्ताक्षर करा लिये और सारा पैसा स्वयं निकाल लिया जबकि उनको कुछ नहीं दिया। जब वह पैसे मांगती है तो आज की कल कहकर टालता रहता है।

किरन के साथ आये रोशन के 95000, हरिश्चन्द्र के 80000, प्रमोद के 45000, प्रवीन के 1,10,000, छोटे के 100,000, बादशाह के 300,000, सुनीता के 92000, संजू के 1,10,000 मोहिनी के 80,000 रूपये निकाल लिये। उक्त नटवरलाल ने केसीसी के नाम पर क्षेत्र की जनता को लूटा है। थाने आये जयराम की 2.4 लाख की केसीसी कराई केबल 13 हजार दिये। वीरपाल के 1.2 लाख के बदले 40 हजार मिले, नीतू के 1.2 लाख में 40 हजार मिले, रक्षपाल के 1.2 लाख में साठ हजार मिले, अंकित के 1.2 लाख में बीस हजार मिले, सुधा को 1.2 लाख के बदले दस हजार दिये। उक्त लोगों ने बताया कि अब वह किस प्रकार अपना लोन वापस करेंगे। सभी ने थाने में प्रदर्शन कर अपने पैसे वापस कराने की मांग की। इंस्पेक्टर अजीत सिंह ने बताया कि ऐसे जालसाज के खिलाफ वह कड़ी कार्यवाही करने से नहीं चूकेंगे।

शाखा प्रबन्धक के खिलाफ भी कार्यवाही हो – ग्रामीण
किशनी। शायद ही कोई बैंक हो जिसमें दलाल बुरी तरह से सक्रिय न हों। एक लम्बे अर्से से किसानों ब्यापारियों को लोन देने के नाम पर बैंक वाले दलालों के माध्यम से जमकर कमीशनखोरी कर भोले भाले जरूरतमंदों को लूटते चले आ रहे हंै। लोन लेने वाले लोन के लालच में हमेशा शिकायत करने से बचते हैं। रिन्कू का मामला काफी सालों से चल रहा है। शाखा प्रबन्धक बदल जाते हैं पर दलाल वही रहते हैं। पुलिस को चाहिये कि दलालों के साथ साथ भ्रष्ट शाखा प्रबन्धकों के खिलाफ भी सुसंगत धाराओं में केस दर्ज कर नई नजीर पेश करें ताकि दलाल बैंकों में घुस ही न सकें तथा भोले भाले लोग इस प्रकार की ठगी का शिकार होने से बच सकें।

बैंक आॅफ इंडिया समान के शाखा प्रबन्धक के ऊपर लगाया धोखाधडी आरोप

  • दलाल ने मैनेजर से मिलकर खाते से उड़ाये थे रूपये

किशनी/मैनपुरी। गांव वरूआ खिरिया नैगवां निवासी महिपाल सिंह पुत्र राम भरोसे लाल ने पुलिस को दी तहरीर में लिखा कि उनके खाते से शाखा प्रबन्धक हरजूशरन तथा दलाल रिन्कू उर्फ अरूण कुमार यादव मिलकर 28 मार्च 2019 को एक लाख दस हजार रूपये निकाल लिये। 9 अपै्रेल 2019 को उन्हें इस बात की जानकारी तब हुई जब वह बैंक से दो हजार रूपये निकालने गया। जब उन्होंने शाखा प्रबन्धक से शिकायत की तो उसने कहा कि उसके पैसे रिन्कू निकाल कर ले गया। जब उन्होंने नैगवां प्रधान गुजंन चैहान तथा अन्य लोगों के बीच पंचायत कराई तो मैनेजर ने कहा कि वह एक सप्ताह के अन्दर पैसे लौटा देगा। पर उसने पैसे नहीं लौटाये और गाली गलौज कर भगा दिया। इसके बाद वह कई बार थाने गया पर पुलिस ने भी मैनेजर व रिन्कू के खिलाफ न कोई कार्यवाही की न ही रिपोर्ट दर्ज की। आज रिन्कू के पकड जाने के बाद उन्हें भरोसा हुआ है कि अब पुलिस जरूर कार्यवाही करेगी।

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