योगी जी छुट्टा निराश्रित गौ वंषीय जानवरों का ध्यान नही दे रहे अधिकारी ?

तालाब मे साँड़ को धंसते देख युवक भी कूद पड़ा उसमे जान जोखिम मे डाल कर बचा ली उसकी जान

बेसहारा पशुओं का बिंदाश सड़को पर धूमने की ये तस्वीर क्या दे रही है संदेश ?

चित्र परिचय-नगर पंचायत जरवल कार्यालय के ठीक सामने हाइवे पर विचरण करते आवारा किस्म के गौ वंषीय जानवर तथा भूख मिटाने के लिये इन बेजुबान जानवरो के नसीब मे नगर के कचड़े को खाना ही शायद लिखा है।

भास्कर न्यूज
जरवल/बहराइच। मुख्यमंत्री के लाख जतन के बाद भी सड़को पर विंदाश घूम रहे निराश्रित गौ वंशीय पशुओं की अब तो जान पर बन आई है उनके लिये चारे की जगह कचरा खाने की मजबूरी आन पड़ी है तो दूसरी तरफ उनके आश्रय के लिए केवल खाना पूरी हो रही है जिससे हाइवे पर विंदाश होकर घूमना उनकी विवसता बन चुकी है।दैनिक भास्कर ने इन बेजुबानों की कुछ तस्वीरे अपने कैमरे मे कैद की है जो सरकारी दावों को आइना दिख रही है।

केश एक-दो दिन पूर्व कस्बे के अग्रवाल वार्ड लीनिया डीह पर बने एक खावां-तालाब मे एक छुट्टा साँड़ गिर गया जान बचाने के लिए उसने जितना प्रयास किया उतना वह बेजुबान जानवर उस गहरे तालाब मे धसता ही चला गया ये हृदयविदारक नजारा लोगो के सामने रहा जिसके सब गवाह भी थे पर तालाब मे धस रहे उस साँड़ की जान कैसे बचाया जाए किसी को कोई जतन नही सूझ रहा था।जबकि भीड़ मे तमाशाई बने लोगो ने नगर पंचायत के जिम्मेदारो के अलावा पशु चिकित्साधिकारी पुलिस तक को इसकी सूचना दी गई पर कोई भी मौके पर नही पहुँचा तो उसी भीड़ से लोनिया डीह के रहने वाले जोखू का लड़का शंकर रात्रि के अधियाले मे तालाब मे जान जोखिम मे डाल कर उस साँड़ को काफी मशक्कत के बाद बाहर निकलवा दिया दो घण्टे के इस मौत के खेल मे लोगो के पसीने छूट गए थे।लेकिन उस साहसी युवक की पीठ थपथपाने की किसी ने कोई पहल तक न कि वो बेचारा साँड़ की जान बचाने के बाद मुस्कराता हुआ अपने घर चला गया।

केश दो
नगर पंचायत जरवल मे कहने को तो एक अस्थाई गौ आश्रय स्थल जरूर है पर वहाँ निराश्रित किस्म के तकरीबन दस गौ वंषीय जानवर ही है जबकि नगर क्षेत्र मे ही काफी संख्या मे बेसहारा पशुओ को धूमते देखे जा रहे हैं जिन्हे पकड़वाने की पहल न तो यहाँ निकाय प्रशासन कर रहा है न ही पशु चिकित्सालय के जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी जिससे लोग प्रदेश के मुखिया योगी बाबा के आदेश पर प्रश्न चिह्न उठ रहे हैं और ये बेजुबान जानवर दर-दर भटकने को विवश है और भूखों मरने पर विवस हैं।

केश तीन-
तस्वीरे कभी झूठ नही बोलती दैनिक भास्कर ने एसी ही इन निराश्रित गौ वंषीय जानवरो की तस्वीरे अपने कैमरे मे कैद की है जिन्हे देख कर सहज ही समझ सकते है कि योगी बाबा के आदेशो पर विभागीय लोग कितना मानते हैं ये तस्वीर हाइवे पर जरवल नगर पंचायत के ठीक सामने है जहाँ ये गौ वंसीय जानवर दर्जनों की तादात मे विंदाश होकर विचरण करते है जिनका कोई तो पुरुषाहाल हो एक यक्ष प्रश्न बन चुका है यदि आप थोड़ा इसी हाइवे पर पुलिस चौकी के पास इसी तरह का नजारा देखना चाहते है तो वहाँ भी तमाम गौ वंषीय जानवर कूड़े के ढ़ेर मे अपनी भूख मिटाने के लिए कचरा खाती रोज नजर आती है पर जिम्मेदारो की मानवीय संवेदना क्यो नही जाग रही है।

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