जिस घर की इस दिशा में लटका है कैलेंडर, उस परिवार का बुरा वक़्त कभी नहीं होता खत्म

हिन्दू धर्म में वास्तु को काफी महत्त्व दिया जाता हैं. ऐसे में कई लोग घर के नक़्शे और अन्य बड़ी चीजों को लेकर इनका पालन भी करते हैं. लेकिन फिर भी घर की छोट छोटी चीजों को वास्तु के अनुसार रखने में हमसे गलती हो ही जाती हैं. इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको घर में कैलेंडर लगाने की सही और गलत दिशा के बारे में बताने जा रहे हैं.

घर में लगा कैलेंडर परिवार के लोगो की प्रगति का प्रतिक होता हैं. कैलेंडर में जैसे जैसे तारीख, दिन, महिना बढ़ता जाता हैं ठीक वैसे वैसे घर के सदस्यों की किस्मत भी बदलती रहती हैं. ये कैलेंडर हमें जीवन में निरंतर आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित करता हैं. कई लोगो को तो अपने कैलेंडर से इतना प्यार हो जाता हैं कि साल के समाप्त हो जाने के बाद भी वे उसे घर में लगे रहने देते हैं. हालाँकि ये सही नहीं हैं. ये कैलेंडर आपको अपनी बीते कल की बातों को भुलाकर जमाने के साथ कदम मिलकर चलने की सीख देता हैं. ऐसे में आपको हमेशा घर में नया कैलेंडर रखना चाहिए और महिना समाप्त होने पर उसका पृष्ठ भी बदलना चाहिए. इस कैलेंडर की तारीख को ध्यान में रखते हुए कई लोग अपने भविष्य की प्लानिंग भी करते हैं.

आजकल कई अलग अलग फोटो वाले कैलेंडर मार्केट में आ गए हैं. ऐसे में आपको घर में कोई भी ऐसा कैलेंडर नहीं लगाना चाहिए जिसमे हिंसक जानवरों या दुखी चेहरों की तस्वीरे लगी होती हैं. इस प्रकार की तस्वीरें घर में नकारात्मक उर्जा फैलाती हैं.

कई लोग घर में दरवाजे के पीछे भी कैलेंडर लटका देते हैं. वास्तु के अनुसार यह अशुभ होता हैं. इसका घर के सदस्यों के स्वास्थ पर नकारात्मक असर पड़ता हैं. साथ ही इससे उनकी उम्र भी कम होती हैं. मुख्य दरवाजे के सामने की ओर कैलेंडर लगाना भी सही नहीं होता हैं. इस दरवाजे से कई उर्जाएं अन्दर आती हैं ऐसे में कैलेंडर के पन्ने बदलते रहने से ऊर्जा वापस भी लौट सकती हैं.

वास्तु के अनुसार घर में कैलेंडर लगाने की सही दिशा उत्तर, पूर्व और पश्चिम होती हैं. इसमें पूर्व दिशा सबसे अधिक लाभकारी मानी गई हैं. पूर्व दिशा का स्वामी सूर्य होता हैं. ये आपको सही मार्गदर्शन करता हैं और आपकी जिंदगी में अन्धकार को दूर कर रौशनी लाता हैं. पूर्व दिशा में बच्चों, अध्यात्म, गुलाबी और लाल रंगों वाले तस्वीरें वाले कैलेंडर लगाना शुभ होता हैं.

वहीँ उत्तर दिशा नदी, पहाड़, हरियाली जैसी चीजों का प्रातक होती हैं. ऐसे में किसी युवा जीवन, विवाह सम्बंधित तस्वीरें और सफ़ेद हरे रंग वाले कैलेंडर इस दिशा में लगाने चाहिए. पश्चिम दिशा बहाव की दिशा होती हैं. इस दिशा में कैलेंडर लगाने से रुके काम जल्दी पुरे होते हैं.

वास्तु के अनुसार हमें कभी भी घर की दक्षिण दिशा में कैलेंडर नहीं लगाना चाहिए. इस दिशा में कैलेंडर लगाने से सुख, वैभव और सम्रद्धि में कमी आती हैं. दक्षिण दिशा में काफी नकारात्मक उर्जा भी रहती हैं जो इस कैलेंडर के साथ साथ आपके जीवन को भी प्रभावित करती हैं.

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