CAA पर बोले सीएम योगी, कहा- आगजनी करने वाले एक बात नोट कर लें कभी नहीं मिलेगी माफ़ी

लखनऊ. नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर यूपी में जगह-जगह हो रहे प्रदर्शनों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी। योगी ने दो टूक कहा- आखिर देश की छवि आप लोग क्यों खराब करना चाहते हैं? देश में आगजनी और तोड़फोड़ करके निर्दोष लोगों को निशाना बनाकर वे लोग क्या चाहते हैं? ऐसे लोग एक बात साफ-साफ नोट कर लें कि वह गलतफहमी के शिकार न हों क्योंकि कयामत का दिन कभी नहीं आएगा। कोई गलतफहमी का शिकार होगा तो उसका समाधान हम अच्छे से करना जानते हैं।

विधानसभा के बजट सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी पर जमकर निशाना साधा। सीएम योगी ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के नाम पर विरोध प्रदर्शन अनावश्यक है। यह नागरिकता देने का कानून है। प्रधानमंत्री बार-बार कह चुके हैं, इससे किसी से नागरिकता नहीं जाने वाली है। यह कानून 1955 में कांग्रेस सरकार ने बनाया था, इसमें सिर्फ नागरिकता देने के लिए 11 वर्ष के जगह पर 5 वर्ष का नियम किया गया है।

संकीर्ण मानसिकता एवं नकारात्मकता से जकड़ा था प्रदेश – योगी

योगी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि पिछले 15 वर्षों से पूरा प्रदेश संकीर्ण मानसिकता और नकारात्मकता में जकड़ा हुआ था। हमने राज्य के लोगों को इससे बाहर निकाला है। राज्य सरका पर मजहब के आधार पर काम करने का आरोप कोई नहीं लगा सकता है। जो बजट पेश हुआ है वह विकास को गति प्रदान करने वाला और युवा को ऊर्जा देने वाला है। सही मायने में यह बजट सबका साथ सबका विश्वास की धारणा पर ही बनकर निकला है। पहले एक नकारात्मक थी और संकीर्णता थी जिसमे प्रदेश को जकड़ कर रखा गया था। किसान नौजवान बदहाल था। कोई नहीं कह सकता कि जाति मजहब के आधार पर कार्य किया है। पहला बजट हमने किसानों को समर्पित किया था।

विपक्ष जब किसानों पर चर्चा की मांग करता है तो हंसी आती है- योगी

सीएम ने कहा कि इससे पहले सरकारें चलती थीं लेकिन किसान बदहाल था। आज जब किसान की चर्चा विपक्ष करता है, तो हंसी आती है। किसान कर्जमाफी योजना सबसे सफलतम योजनाओं में से एक है। किसानों की कर्ज योजना के साथ ही सिंचाई योजना, समर्थन मूल्य जैसे कार्यक्रम चलाए गए जिससे सीधे किसानों से खरीद की जा सके। योगी ने कहा कि तीस लाख हेक्टेयर भूमि को हमने सिंचित बनाने का काम किया गया। हमने पुलिस और पीएसी की क्षमता को बढ़ाया। पुलिस के आधुनिकरण की तरफ बढ़ाने की तरफ इस बजट में प्रावधान किया गया है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था बढ़ाने की दिशा में काम हुआ है।

सरकार ने 18 फरवरी को पेश किया था बजट 
उत्तर प्रदेश सरकार ने 18 फरवरी को विधानसभा में अपना चौथा बजट पेश किया था। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 5 लाख 12 हजार 860 करोड़ का बजट पेश किया, इसमें 10 हजार 967 करोड़ की नई योजनाएं शामिल की गईं थीं। बजट में किसी भी प्रकार का नया टैक्स नहीं लगाया गया है। बजट में छह नई यूनिवर्सिटी और 18 अटल आवासीय विद्यालयों की घोषणा की गई है।

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