बांगरमऊ उपचुनाव के आखिरी क्षणों में सभी दलों के दिग्गजों ने झोंकी ताकत

हर दल के कार्यकर्ता जीत का कर रहे दावा

उन्नाव। बांगरमऊ उपचुनाव के प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद होने की तिथि नजदीक आते देख सभी दलों के दिग्गजों ने ताकत झोंक दी है। सत्तासीन भाजपा के चुनाव विजय अभियान की कमान संभाले सदर विधायक पंकज गुप्ता जहां अपने कार्यकर्ताओं के साथ डेरा जमाए हैं वहीं जोड़-तोड़ की तकनीक में जनपद में सबसे प्रभावशाली माने जाने वाले श्री गुप्ता ने आखिरी क्षणों में अपने दांव चलने शुरू कर दिए हैं। इसी की परिणति है कि प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष क्षेत्र के दिग्गज 40 प्रधानों को एक साथ भाजपा का दामन थमा दिया तो पूर्व प्रमुख सुनीता देवी के क्षेत्र भ्रमण के साथ डोर टू डोर संपर्क अभियान में झोंक दिया। इतना ही नहीं कांग्रेस प्रत्याशी के घर में ही सेंधमारी करते हुए ऊगू के दो दिग्गजों चेयरमैन अनुज दीक्षित व अनिल अवस्थी को एक मंच पर बैठा कर ऊगू में उनकी ही अगुवाई में बैठक करा दी।


भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह, कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक से लेकर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की सभाएं संपन्न हुई। वहीं सत्ता के साथ विकास का वायदा करते हुए मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने के लिए मोहसिन रजा की सभाएं करा कर विकास व तरक्की के साथ एक हाथ में कुरान व एक हाथ में लैपटॉप प्रधानमंत्री मोदी जी के नारे की दुहाई दी। मिलनसार कार्यशैली का प्रभाव बांगरमऊ में छोड़ते हुए सदर विधायक ने जनता के बीच दिवाली गिफ्ट में प्रत्याशी श्रीकांत के साथ स्वयं बांगरमऊ की सेवा करने की दुहाई दे रहे हैं ।

दलित मतदाताओं को अपने खेमे में करने के लिए पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति रावत, सांसद जयप्रकाश रावत की ताबड़तोड़ नुक्कड़ सभाएं करा कर जनता के बीच पैठ बनाकर कमल खिलाने में 24 घंटे जुटे हुए हैं। इतना ही नहीं निजी टीम का भी बूथवार डेरा डालकर चिन्हांकित बिंदुओं पर तकनीकी ढंग से वोट जुटाने की नीति अमला में लायी है।
इसी तरह सपा के जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव, एमएलसी सुनील साजन, राजपाल कश्यप सहित कई दिग्गज नेता डेरा जमाए हैं।

तो कांग्रेस ने जितिन प्रसाद प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू से लेकर इमरान प्रतापगढ़ी का रोड शो करा कर अपनी ताकत दिखा रहे हैं। बसपा से राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा ने सभा की। तो कांग्रेस के लिए अन्नू टंडन का ऐन वक्त पर हांथ का साथ छोड़ना खासा घाटे का सौदा साबित होता नजर आ रहा है। कांग्रेसी बिखराव की तस्वीर को धरातल पर लाकर खड़ा कर दिया है। इस बाबत सामाजिक चिंतक युवा प्रमोद सिंह पवन का कहना है कि यह चुनाव सूबे की सत्ता में काबिज भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न है। वैसे तो भाजपा के लिए बांगरमऊ की डगर कठिन ही रही है लेकिन सदर विधायक पंकज गुप्ता की कड़ी मेहनत ही कमल खिला सकती है। सपा से मुस्लिम मतों के टूटने और कांग्रेस से अन्नू टंडन का साथ छूटने को सत्तासीन भाजपा के लिए मुफीद मानते हैं।

रिपोर्टर-निशांत बाजपेई, विश्वास प्रताप सिंह

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