लखनऊ : पुलिस और प्रदर्शनकारियों में जमकर नोकझोंक, लगायी गई धारा 144

 

लखनऊ । लखनऊ में कमिश्नरी प्रणाली में कामकाज शुरु हो गया है। शनिवार की देर रात लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने पुलिस विभाग के इतिहास में पहली बार अपने आदेश से धारा 144 लागू की। इसके साथ ही सीएए और एनआरसी के विरोध में घंटाघर के पास प्रदर्शनकारी महिलाओं पर कार्रवाई हो सकती है।

पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने पहली बार अपने पद से धारा 144 लागू कर इतिहास बना दिया। अभी तक जिलाधिकारी के अधिकार क्षेत्र में ही धारा 144 लागू करना था। अब पहली बार पुलिस विभाग की ओर से यह धारा लागू की गयी। धारा 144 को लखनऊ लगने के साथ ही पुलिस विभाग के अपर आयुक्त पुलिस, उप आयुक्त पुलिस और सहायक आयुक्त पुलिस ने मोर्चा सम्भाल लिया है।

उधर, शनिवार की देर रात ही पुलिस विभाग के अधिकारियों ने घंटाघर के निकट प्रदर्शनकारी मुस्लिम महिलाओं को हटने की चेतावनी दी। पुलिस के जवानों ने महिलाओं के लिए गट्ठर बनाकर रखे कम्बलों को मौके से हटा दिया। रविवार की सुबह भी घंटाघर को घेरकर पुलिस के अधिकारी व जवान खड़े रहे। सुबह कम्बलों के साथ ही उनके खाने पीने की वस्तुओं को भी छीनकर हटाया गया है।

धारा 144 लागू होने के बावजूद एनआरसी व सीएए के समर्थन में महिलाओं के प्रदर्शन पर उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है। पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय के आदेश पर किसी भी व्यक्ति को धारा 144 का उल्लंघन करने पर उसके विरुद्ध तत्काल कार्रवाई करने का भी आदेश है। लखनऊ पुलिस का मानना है कि 26 जनवरी को गणतन्त्र दिवस और भविष्य में होने वाले डिफेन्स एक्सपो के मद्देनजर शहर का माहौल शांत रहना चाहिए।

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