अमेठी में बर्डफ्लू का संक्रमण नहीं, अफवाहों पर ध्यान न दें : डीएम

*जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक
*जिले *
अमेठी । एवियन इन्फ्लुएन्जा (बर्ड फ्लू) की अप्रिय स्थिति से बचने के लिए जनपद में की गयी तैयारियों को लेकर जनपद स्तरीय टास्कफोर्स/रैपिड रिस्पांस टीम की बैठक  जिलाधिकारी  अरुण कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने उपस्थित पशुचिकित्साधिकारियों सहित अन्य अधिकारियों को एवियन इन्फ्लुएन्जा (बर्डफ्लू) बीमारी से बचाव हेतु आवश्यक सावधानिया बरतने के सम्बन्ध में जनसामान्य को जागरूक करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए।

बैठक में प्रभारी मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ0 सुधाकर सिंह ने एवियन इन्फ्लुएन्जा (बर्डफ्लू) रोग के बारे में बताया कि यह पक्षियों में होने वाला विषाणु जनित संक्रामक रोग है। सामान्यतः यह पक्षियों को ही संक्रमित करता है। इसके अतिरिक्त विपरीत परिस्थितियों में स्पीसीज बैरियर को कास कर यह मनुष्य को भी संक्रमित कर सकता है। पक्षियों में रोग के प्रसार के बारे में बताया गया कि संक्रमित पक्षियों की आख श्वास नलिका तथा बीट के सम्पर्क में आने से पक्षियों व मनुष्यों मे फैलता है। पक्षियों में मुख्य लक्षण के बारे में बताया गया कि पक्षी को ज्वर आना, वैटल कलगी व पैरो का बैगनी हो जाना, पक्षियों के गर्दन तथा आँखों के निचले हिस्से में सूजन, हरे व लाल रंग की बीट बताया गया।

इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि बर्ड फ्लू की बीमारी से बचाव हेतु *क्या करें-* मृत पक्षी की सूचना तत्काल जिला स्तरीय कोविड कंट्रोल रूम या पशुपालन निदेशालय स्तर पर स्थापित कंट्रोल रूम के दूरभाष संख्या- 0522-2741991, 92 एवं टोल फ्री नंबर- 18001804151 पर सूचित करें।  अच्छी तरह पकाए गए कुक्कुट या अंडे आदि से बर्ड फ्लू नहीं फैलता है, इसलिए कुक्कुट या कुक्कुट उत्पाद को अच्छी तरह पका कर ही खाएं।  कुक्कुट पक्षियों के पालने के स्थान/फार्म के आसपास जैव सुरक्षा, साफ-सफाई, डिसइन्फेक्सन करें। 4-  पक्षियों को हैंडल करने के पश्चात एंटीसेप्टिक लोशन से हाथ को अच्छी तरह से धोएं।

5-  बर्ड फ्लू से संक्रमित पक्षी के संपर्क में आने पर चिकित्सक की सलाह पर दवा खाएं। उन्होंने बताया कि *क्या न करें-*  मृत पक्षी को न छुएं।  अफवाहों पर ध्यान ना दें।   जिन क्षेत्रों में बर्ड फ्लू की सूचना प्राप्त हो उसके आसपास भ्रमण ना करें।  संक्रमित पक्षियों के सीधे संपर्क में आने से बचें तथा उनको हाथों से दाना आदि न खिलाए।  कुक्कुट या अन्य पक्षियों को खुले में परिवहन ना करें। इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि जनपद में कुल 266 पोल्ट्री फार्म है, जिसमे कुल 6 लाख बर्डस है, जिनका निरीक्षण कर  कुक्कुट पालकों को आवश्यक निर्देश दिए जा चुके हैं। प्रभारी मुख्य पशुचिकित्साधिकारी ने अवगत कराया कि एहतियातन जनसामान्य की सुविधा के लिए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में कन्ट्रोल रूम स्थापित करा दिया गया, जिसका दूरभाष नम्बर 05368-244037 है ।

उन्होने समाचार पत्र /इलेक्ट्रानिक मीडिया के माध्यम से जनसामान्य/मुर्गी पालको से अपील की है कि जनपद में बर्ड फ्लू बीमारी का संक्रमण नहीं है। उन्होने जनसामान्य से यह अपेक्षा की है कि अफवाहों पर ध्यान न दिया जाय। यदि जनपद में कही भी पक्षियों/मुर्गियों की अधिक संख्या में अचानक मृत्यु होती है, तो उपरोक्त दूरभाष नम्बर पर जानकारी देकर सहयोग करें। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी डॉ अंकुर लाठर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष दुबे, परियोजना निदेशक आशुतोष दुबे, डीपीआरओ श्रेया मिश्रा, प्रभारी मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, समस्त अधिशासी अधिकारी सहित अन्य संबंधित मौजूद रहे।

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