VIDEO : कानपुर अपहरण और मर्डर केस में आया नया मोड़, संजीत के पिता ने किडनैपरों को दिया था नकली नोटों से भरा बैग !

कानपुर में लैब टेक्नीशियन संजीत यादव का अपहरण के बाद उसकी हत्या कर दी गई। इस प्रकरण में पुलिस ने संजीत के दो दोस्तों समेत पांच आरोपियों को पकड़ा है। लेकिन, संजीत का शव अभी बरामद नहीं हुआ है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एएसपी, सीओ समेत 11 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। सीएम के निर्देश पर शुक्रवार की शाम अपर पुलिस महानिदेशक बीपी जोगदंड ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्हें इस प्रकरण की जांच मिली है। उधर, मृतक के पिता का एक वीडियो सामने आया है, जो परिवार के 30 लाख फिरौती की रकम अपहरणकर्ताओं को देने के दावों पर सवाल उठा रहा है। हालांकि, दैनिक भास्कर वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।

वीडियो में पिता ने कहा- नकली नोटों की गड्डियों रखी थी
वायरल 56 सेकेंड के वीडियो में संजीत के पिता चमन सिंह दिख रहे हैं। इसके साथ ही एक महिला भी दिख रही, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि वो कौन है? सूत्रों के मुताबिक वह महिला संचित की बहन बताई जा रही है। वीडियो में पुलिस का कोई अफसर फिरौती के लिए बैग में रखे रुपए के संबंध में पूछताछ कर रहा है। जिसमें महिला से सवाल किया गया कि, आप बताओ बेटा पैसा था कि नहीं? वह कहती है कि हम मैडम के पास गए थे। किस मैडम के पास गई थी? यह स्पष्ट नहीं है। पूछताछ करने वाले पुलिसकर्मी कहते है कि मैडम को छोड़ दो। तभी वह कहती है कि बैग में ऊपर पांच सौ के नोट लगाए थे। वहीं संचित के पिता कहते है कि बैग में बच्चों के खेलने वाले नोटों की 9 या 10 गड्डियां रखी थी। यह नोट हनुमान मंदिर के पास लाया था।

पिता ने यह लगाया था आरोप

बेटे की हत्या के बाद पिता ने कानपुर पुलिस पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हमारे बच्चे को भी हमसे छीन लिया और पैसा पुलिसवालों ने ही आपस में बांट लिया है। 29 जून को जब फिरौती की कॉल आई तो हमने तत्काल सूचना पुलिस को दी थी। इस पर पुलिस ने ही फिरौती की रकम के इंतजाम करने की बात कही। हमने अपना घर और जेवरात बेचकर और बेटी की शादी के लिए जमा की गई धनराशि को इकट्ठा कर 30 लाख रुपए जुटाए थे। फिर पुलिस ने कहा कि जैसा अपहरणकर्ता कह रहे हैं वैसा वैसा करते जाओ।

हम सभी लोग घेराबंदी करके अपहरणकर्ताओं को पकड़ लेंगे। लेकिन हुआ उसके विपरीत। 11 जुलाई को अपहरणकर्ताओं के कहे अनुसार पुल के ऊपर से पैसे बैग में रख कर फेंके थे। 30 लाख जाने के बाद भी बेटा नहीं मिला। इन आरोपों के बाद पुलिस बैकफुट पर आ गई थी। बीते 13 जुलाई को एसएसपी ने बर्रा इंस्पेक्टर रणजीत रॉय को निलंबित कर दिया था।

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