– बालाकोट एयरस्ट्राइक जैसी रणनीति से ही आतंकियों को सजा देने का संकल्प: वायु सेना प्रमुख
– युद्धक हेलीकॉप्टर अपाचे व चिनूक ने भरी उड़ान, अभिनंदन ने भी उड़ाया विमान
– बालाकोट में मिराज-2000 से आतंकी अड्डों पर बम बरसाने वाले विमानों का हुआ प्रदर्शन
– स्वदेशी युद्धक विमान तेजस ने करीब 2 मिनट तक करतब दिखाकर महफिल लूट ली
गाजियाबाद . भारतीय वायुसेना के 87वें स्थापना दिवस के अवसर पर बालाकोट के गगन वीरों ने पूरे विश्व को अपना दम-खम दिखाया। पाकिस्तान का एफ-16 मार गिराने वाले विंग कमांडर अभिनंदन ने एक बार फिर आसमान में अपनी ताकत का प्रदर्शन करके अहसास करा दिया कि भारत आज की तारीख में किसी कम नहीं है। वायु सेना प्रमुख राकेश भदौरिया ने भी अपने सम्बोधन में आतंकियों को चेताया कि अब वे बच नहीं पाएंगे और बाला कोट एयरस्ट्राइक जैसी रणनीति से ही आतंकियों को सजा देने के लिए हम संकल्पित हैं।
#WATCH Ghaziabad: Wing Commander #AbhinandanVarthaman leads a 'MiG formation' and flies a MiG Bison Aircraft at Hindon Air Base on #AirForceDay today. pic.twitter.com/bRpgW7MUxu
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 8, 2019
एयर चीफ मार्शल भदौरिया ने कहा है कि वर्तमान हालात में पड़ोस से सुरक्षा का माहौल बेहद गंभीर स्थिति में है। पुलवामा पर आतंकी हमला हमारे रक्षा प्रतिष्ठानों के लिए लगातार खतरे की याद दिलाता है। उन्होंने कहा कि बालाकोट एयरस्ट्राइक जैसी रणनीति आतंकियों को सजा देने का राजनीतिक नेतृत्व का संकल्प है। आतंकवादी हमलों से निपटने के सरकार के तरीके में बहुत बड़ा परिवर्तन आया है। भारतीय वायुसेना प्रमुख ने कहा कि देश द्वारा हम पर जताए गए भरोसे और दिए गए समर्थन के लिए हम आभारी हैं।
बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान का एफ-16 विमान मार गिराने वाले इंडियन एयर फोर्स के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने वायुसेना दिवस पर आज ‘मिग बिसन एयरक्राफ्ट’ उड़ाकर हवा में अपना हुनर दिखाया। आज अभिनंदन के अलावा उन पायलटों ने भी अपने करतब दिखाए जिन्होंने बालाकोट में बम बरसाए थे। बालाकोट एयर स्ट्राइक के दौरान मिराज-2000 से आतंकी अड्डों पर बम बरसाने वाले विमानों का प्रदर्शन हुआ और इनकी अगुवाई उन्हीं जवानों ने की जो एयरस्ट्राइक में शामिल थे। वायु सेना दिवस के मौके पर 3 मिराज 2000 एयरक्राफ्ट, सुखोई भी वायुसेना दिवस पर उड़ान भरते दिखे।
परेड का शुभारंभ पैरा जंपिंग से हुआ, जब आकाश गंगा की टीम के पैराट्रूपर्स हवा में 8 हजार फीट की ऊंचाई से कलाबाजी करते हुए परेड स्थल के ऊपर उड़ते नजर आए। इसके बाद निशान टोली की टीम ने शानदार परेड की। एयर शो में पहली बार दुनिया के सबसे खतरनाक युद्धक हेलिकॉप्टर अपाचे ने अपना दम दिखाया। यहां चिनूक हेलिकॉप्टर्स भी देखे गए। इन्हें भी कार्यक्रम में पहली बार शामिल किया गया था।
हालांकि, स्वदेशी युद्धक विमान तेजस ने महफिल लूट ली। उसने करीब 2 मिनट तक करतब दिखाए, जिसने सबको चौंका दिया। सी-17 ग्लोब मास्टर, सुपर हरक्यूलिस, जगुआर, मिग 27 अपग्रेड और तीन मिराज-2000 विमान और दो सुखोई-30 एमकेआई विमान ‘एवेन्जर फॉरमेशन’ भी उड़ाए गए। सारंग टीम की डॉल्फिन ड्राइव व हर्ट फॉरमेंशन और सुखोई के ‘वी’ फॉरमेशन ने खूब तालियां बटोरी तथा काफी देर तक उस पर नजर गड़ाए रखी। अधिकांश लोगों ने अपने मोबाइल से आसमान में चल रहे करतब को कैद करने की कोशिश की। सबसे आखिर में सूर्य किरण के 8 विमानों ने अपनी कौशल, क्षमता और एकाग्रता का सटीक नमूना पेश कर जबरदस्त वाहवाही लूटी। तेजस ने करीब 15 मिनट तक आसमान पर अपनी हवाई ताकत और सटीक लैंडिंग का अहसास कराया।
एयरफोर्स के कार्यक्रम में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर भी पहुंचे। सचिन को 83वें एयरफोर्स डे पर ग्रुप कैप्टन बनाया गया था। कार्यक्रम में वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया तथा थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत भी उपस्थित थे।