सड़क पर गाड़ी चलानी है, तो कागजी दस्तावेज बनवाने बिल्कुल न भूलें. अगर आप अभी 18 साल के हुए हैं और ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की सोच रहे हैं तो ये खबर आपके बेहद काम आ सकती है. नियमों के अनुसार डाइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए डाइविंग टेस्ट देना होता है. लेकिन उसे हर कोई पास नहीं कर पाता. अगर आप भी लगातार लाइसेंस बनवाने के लिए टेस्ट दे रहे हैं और परेशान हो रहे हैं. तो ये खबर आपके लिए बेहद काम की साबित हो सकती है. जी हां, अब आपको ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए कोई टेस्ट नहीं देना होगा.
तो बता दें कि हर रोज बड़ी संख्या में सड़क हादसों से लोगों की मौत हो रही है. जिससे चिंतित होकर राज्य सरकार अपने-अपने हिसाब से इसे कम करने को लेकर काम कर रही है. तो वहीं मध्य प्रदेश में सड़क हादसों को कम करने के लिए सरकार नया तरीका आंजमा रही है. सरकार सड़क हादसों को कम करने के लिए हर जिले में ड्राइविंग सेंटर खोलने की शुरूआत कर रही है. जिसके लिए आवेदन प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. इस योजना की शुरुआत ग्वालियर शहर से की जा रही है. मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक प्रदेश के 21 जिलों से 26 आवेदन परिवहन आयुक्त कार्यालय पहुंच चुके हैं. जहां अभी आवेदनों की जांच चल रही है. सभी आवेदनों की जांच करने के बाद परिवहन आयुक्त द्वारा ट्रेनिंग सेंटर खोलने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के पास प्रस्ताव भेजे जाएंगे. जिन्हें मंजूरी मिलते ही प्रदेश के जिलों में ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर खोल दिए जाएंगे.
यह ट्रेनिंग सेंटर हादसों को कम करने के लिए खोले जा रहे हैं. जिसकी मदद से लाइसेंस बनवाने चालक को आरटीओ कार्यालय में टेस्ट दिए बिना ही ड्राइविंग लाइसेंस सीधे जारी किए जाएंगे. इन सभी ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर में वाहन चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी. ऐसे चालकों को जिन्हें ड्राइविंग लाइसेंस जारी हो चुके हैं और वे कॉमर्शियल वाहन चला रहे हैं, उन्हें भी ट्रेनिंग देकर परिपक्व किया जाएगा.