अभिषेक जब खड़े रहे अपने घर के बाहर, साथ थीं ऐश्वर्या और आराध्या, लेकिन वो शख्स बोला- अंदर नहीं आने दूंगा

ये किस्सा जरा पुराना है। अगस्त 2017 का। उस दिन अपने ससुर कृष्ण राज राय का अस्थि विसर्जन करने इलाहाबाद पहुंचे अभिषेक बच्चन को अपने ही घर के अंदर जाने को नहीं मिला। अभिषेक के साथ उनकी पत्नी ऐश्वर्या और बेटी आराध्या भी उनके साथ घर के बाहर खड़ी रहीं लेकिन केयर टेकर कृष्ण कुमार पांडेय ने दरवाजा खोलने से मना कर दिया। वो घर के बाहर खड़े होकर फोन मिलाते रहे। आखिरकार मायूस होकर उन्हें वापस मुंबई लौटना पड़ा |

क्या है इस बंगले के पीछे की कहानी

अमिताभ के पिता हरिवंश राय बच्चन 1939 में कटघर वाले मकान को छोड़कर क्लाइव रोड स्थित बंगले में किराए पर रहने आ गए और तब वहाँ पर अमिताभ का जन्म 1942 में हुआ। बच्चन परिवार इस बंगले में 1956 तक रहा|इस बंगले (फूल वाले बंगले) में तीन बड़े कमरे हैं. दरवाजे, खिड़की और रोशनदान मिलाकर दस दरवाजे हैं। इस वजह से इसे 10 द्वार वाला बंगला भी कहा जाता है|

इस बंगले के मालिक श्रीशंकर तिवारी थे और वे पेशे से वकील थे| कांग्रेस के टिकट पर इटावा से सांसद भी बने थे। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के परिवार से इनके अच्छे रिश्ते थे|हालांकि अमिताभ के परिवार के यहाँ से जाने के बाद अब इस बंगले में अब कोई नहीं रहता  यहां ताला लगा हुआ है और अब इस बंगले की देखभाल अब ट्रस्ट के मैंबर और वकील केके पांडेय करते हैं. पांडेय, श्रीशंकर तिवारी के पड़ोसी थे.

तिवारी ने ही पांडेय को बंगले की देखरेख की जिम्मेदारी दी थी. तिवारी का निधन हो चुका है|पांडेय बताते हैं, बंगले के मालिक तिवारी और उनकी पत्नी इंदू दोनों बच्चन परिवार से चिढ़ते थे. बच्चन फैमिली की वजह से ही बंगले के गेट उनके लिए बंद हो गए.उनके परिवार का इस बंगले से रिश्ता सिर्फ किराएदार का था|1956-57 में बच्चन परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया, इसके बाद ही उनका इस घर से रिश्ता खत्म हो गया. फिर भी वो इसे अपना बताने की कोशिश करते रहे. यही बात तिवारी जी और उनकी पत्नी को बुरी लगती थी.”

आपको बता दे की क्लाइव रोड स्थित ‘फूलों के बंगला’ के बंगले के पास रहने वाले रवींद्र मिश्रा ने बताया था, 1984 में चुनाव के दौरान जब अमिताभ अपनी कन्वेसिंग के लिए इलाहाबाद आए थे, तो उन्होंने इस मकान को अपना बताया था।जिसकी वजह से इस बंगले के मालिक श्री शंकर तिवारी उनसे काफी नाराज हो गये थे और उन्होंने कहा था की इस बंगले का मालिक मैं हूं और कई वर्षों पहले बाबू जी और अमिताभ यहां 16 रुपए देकर किराए पर रहा करते थे। किराए पर रहने से मकान उनका नहीं हो जाएगा भले ही आज उनके पास करोड़ो की संपत्ति क्यों ना हो और उसी समय से इस बंगले के मालिक ति‍वारी जी ने बच्चन परिवार के किसी भी फॅमिली मेंबर की इस बंगले में एंट्री पर रोक लगा दी

हालांकि, अब  श्री शंकर तिवारी इस दुनिया में नहीं रहे लेकिन आज भी उनका केयर टेकर कृष्ण कुमार पांडेय उनके बनाये इस नियम का पालन अच्छे से कर रहा है और लाख कोशिशो के बावजूद भी बच्चन परिवार के किसी भी सदस्य को इस बंगले के अंदर जाने नहीं दिया जाता है|

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

हिमाचल में तबाही, लापता मजदूरों की तलाश जारी न हम डरे हैं और न यहां से जाएंगे एयर इंडिया विमान हादसे पर पीएम मोदी की समीक्षा बैठक क्या बेहतर – नौकरी या फिर बिजनेस पेट्स के साथ डेजी का डे आउट