
अमेरिका के कड़े मुकाबले में बड़ी जीत हासिल करने वाले राष्ट्रपति पद के डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडन और उपराष्ट्रपति पद की डेमोक्रेट उम्मीदवार कमला हैरिस ने इतिहास रच दिया। 78 वर्षीय बाइडन जहां अमेरिका के अबतक के सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति निर्वाचित हुए हैं, वहीं 56 साल की कमला हैरिस पहली महिला उपराष्ट्रपति बनीं हैं, उस पर वे भारतीय मूल की हैं। यानी अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति की जड़ें भारत में हैं।
56 वर्षीया कमला हैरिस ने कहा है कि वे अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति जरूर हैं, लेकिन आखिरी नहीं। कमला हैरिस ने उपराष्ट्रपति के रूप में मंच पर अपनी मौजूदगी का श्रेय अपनी मां श्यामला गोपालन हैरिस को दिया, जो 19 साल की उम्र में वे भारत से अमेरिका गईं थीं और उन्होंने इसकी कभी कल्पना भी नहीं की थी। कमला हैरिस ने कहा है कि लेकिन उनकी मां अमेरिका में इतनी गहराई से विश्वास करती थीं कि कि इस तरह का अवसर संभव था।
कमला हैरिस ने कहा है कि वे उनके और उनकी पीढियों के बारे में सोच रही हैं, ब्लैक महिलाओं, एशियाई, श्वेत, लैटिन व मूल अमेरिकी महिलाओं के बारे में सोच रही हैं, जिन्होंने हमारे देश के इतिहास में आज रात इस पल के लिए मार्ग प्रशस्त किया है।
कमला हैरिस ने कहा कि जब इस चुनाव में हमारा लोकतंत्र बैलेट पर था, बहुत सारे अमेरिकी लोगों की आत्मा दावं पर थी और दुनिया यह सबस देख रही थी, तब अमेरिका ने एक नए दिन की शुरुआत की।
हमारे लोकतंत्र की रक्षा में संघर्ष होता है, बलिदान होता है, लेकिन इसमें आनंद और प्रगति होती है, क्योंकि हमारे पास एक बेहतर भविष्य बनाने की शक्ति है।
कमला हैरिस के माता-पिता, परिवार व कैरियर
20 अक्टूबर 1964 को जन्मी कमला हैरिस के पिता डोनाल्ड हैरिस एक स्टैंडफोट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रहे हैं और एक अर्थशास़्त्री हैं। उनकी मां श्यामला हैरिस का जन्म चेन्नई में हुआ था, वे एक भारतीय नौकरशाह पीवी गोपालन की बेटी थीं। उन्होंने दिल्ली के लेडी इरविन काॅलेज से पढाई की और एक बायोमेडिकल साइंटिस्ट के रूप में अपना कैरियर चुना। 2009 में उनका निधन हो गया।
कमला हैरिस कैलिफोर्निया के ओकलैंड में जन्मीं। वे कैलिफोर्निया की सिनेटर रही हैं। उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी आफ कैलिफोर्निया से पढाई की। उन्होंने वकालत की पढाई की। उन्होंने अल्मेडा काउंटी जिला अटार्नी कार्यालय से अपना कैरियर शुरू किया और 2003 में वे सैन फ्रांसिस्को की जिला अटार्नी चुनी गईं। वर्ष 2010 में वे कैलिफोर्निया की अटार्नी जनरल चुनी गईं और 2014 में फिर इसके लिए निर्वाचित हुईं। फिर वे 2016 में उन्होंने सीनेट के चुनाव में लोरेटा सांचेज को हराया। उन्होंने सीनेटर के रूप में स्वास्थ्य सेवा में सुधार, ऐसे अप्रवासियों जिनके पास कागजात नहीं हैं उनके लिए नागरिकता, हमले में हथियारों के उपयोग पर रोक जैसे सुधारवादी उपायों की प्रमुखता से पैरवी की। उन्होंने डागलस इमहोफ से शादी की है जो पेशे से वकील हैं।