अयोध्या के कारण इस बार काफी श्रद्धालुओं के आने की सम्भावनाः सीएम योगी

  • समीक्षा बैठक के उपरान्त मीडिया से हुए रूबरू

प्रयागराज (हि.स.)। संगम तट पर दर्शन पूजन करने, माघ मेले की तैयारी और 2025 के कुम्भ यानी महाकुम्भ की तैयारी को देखने का अवसर आज मिला है। अपने सहयोगी मंत्रियों व जनप्रतिनिधियों के साथ पूरी व्यवस्था का निरीक्षण किया है।

इस बार का माघ मेला कुछ विशिष्ट होगा। खासतौर पर 500 वर्षों के बाद अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम के मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम को प्रधानमंत्रीजी द्वारा 22 जनवरी को भव्य आयोजन के साथ होने के कारण संगमनगरी में भी काफी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की सम्भावना है। इसलिए माघ मेले की व्यवस्था का भी निरीक्षण करने के लिए विशेष रूप से मैं यहां आया। इस बार यहां माघ मेले को और विस्तार देने का कार्य हुआ है।

यह बातें बुधवार की शाम मुख्यमंत्री योगी ने समीक्षा बैठक के बाद मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा। उन्होंने बताया कि पहले की तुलना में इसको और बढ़ाने का कार्य हुआ है। इस बार 6 सेक्टर बनाये गये हैं। पाण्टुन पुलों की संख्या बढ़ाकर 6 कर दी गयी है। अन्य विभागों द्वारा भी जो भी अवस्थापना सुविधाएं विकसित हो सकती है, उनको यहां विकसित करने की कार्यवाही की जा रही है। अब तक हमारा अनुमान है कि लगभग 4 हजार संस्थायें इस पूरे आयोजन में यहां सहभागी बनेगी और कार्यक्रमों के साथ जुडे़ेगी। इसके लिए यहां चकर्ड प्लेट बिछाने तथा जलापूर्ति के लिए लगभग 200 किमी. की पाईप लाइन बिछाने की व्यवस्था की जा रही है। 18 हजार से अधिक एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाने व 63 से 65 किमी. की डै्रनेज पाईप बिछाने की कार्रवाई की जा रही है।

सीएम योगी ने बताया कि माघ मेला में आने वाले श्रद्धालुओं व कल्पवासियों के लिए चिकित्सालय की व्यवस्था के साथ-साथ स्नान घाट की भी व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। जिसमें विशेष रूप से 8 हजार वर्ग फीट से अधिक के स्पेशल घाट, माघ मेला की तैयारियों के दृष्टि से तैयार किए जा रहे है। गत वर्ष की तुलना में कल्पवासियों की संख्या बढ़ने की सम्भावना है और उसी को ध्यान में रखकर सारी तैयारियों की जा रही है। इस बार का यह माघ मेला हमारे लिए महाकुम्भ की तैयारियों का ट्रायल करने का एक अवसर होगा। टै्रफिक व्यवस्था सुनिश्चित करने का कार्य हो या फिर यहां पार्किंग स्पेस का, किसी भी श्रद्धालु को व कल्पवासी को यहां पर किसी भी प्रकार की कोई असुविधा न हो, इस प्रकार की व्यवस्था व सुविधा देने के निर्देश दिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि लगभग 2 माह तक चलने वाले इस आयोजन के लिए पूरा शासन-प्रशासन लग कर श्रद्धालुओं की सुविधा और यहां आने वाले जो श्रद्धालु हैं उन सबके साथ बेहतर तालमेल करके इसको भव्य आयोजन के साथ आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे। आज उसी की समीक्षा करने के लिए मैं यहां आया हूं। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि कुम्भ 2025 के पहले बेहतरीन माघ मेले की सुविधा हम श्रद्धालुओं को देकर प्रयागराज को स्वच्छता और भव्य कुम्भ का संदेश देने में सफल होंगे।

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