लखनऊ (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ को टैक्स फ्री करने का संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपने अधिकारिक ट्विटर के जरिए उत्तर प्रदेश में फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ टैक्स फ्री किए जाने की बात कही है। सूचना निदेशक शिशिर सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने पूरे मंत्रीमण्डल के साथ स्पेशल स्क्रीनिंग के जरिए ‘द केरला स्टोरी’ फिल्म को देखेंगे।
इससे पहले उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बलिया में एक वार्ता के दौरान पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा था कि अगर उप्र में फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ को टैक्स फ्री करने का प्रस्ताव आएगा तो टैक्स फ्री कर देंगे।
उन्होंने यह भी कहा था कि केरल स्टोरी सभी को देखनी चाहिए। हम प्रदेश कि सभी बहनों से यह अपील करते हैं कि वो देखें और समझे कि भारत के एक राज्य में किस ढंग से बहनों के पर अत्याचार हो रहा है।
MP के बाद UP दूसरा टैक्स फ्री करने वाला राज्य
इससे पहले मध्यप्रदेश में भी फिल्म को टैक्स फ्री किया गया था। यूपी दूसरा स्टेट है, जहां द केरल स्टोरी को टैक्स फ्री किया जाएगा। उधर, पश्चिम बंगाल में ‘द केरल स्टोरी‘ को बैन कर दिया गया। फिल्म द केरल स्टोरी रिलीज के पहले से ही विवादों में आ गई थी। फिल्म पर रोक लगाने के लिए केरल हाईकोर्ट में 6 याचिकाएं दाखिल की गईं थीं। हालांकि, हाईकोर्ट ने फिल्म पर बैन लगाने से इनकार कर दिया था।
कोर्ट ने कहा था, “फिल्म इस्लाम के खिलाफ नहीं है, ISIS पर है। ट्रेलर में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है। केरल का धर्मनिरपेक्ष समाज फिल्म को उसी रूप में देखेगा, जैसी वह है। फिल्म एक कथा है न कि इतिहास, तो समाज में सम्प्रदायवाद और संघर्ष कैसे पैदा करेगी? सिर्फ फिल्म दिखाए जाने से कुछ नहीं होगा।”
कोर्ट ने कहा, ‘यह कहने में क्या गलत है कि अल्लाह ही एक भगवान है? हमारा देश नागरिकों को अपने धर्म और भगवान पर विश्वास करने का अधिकार देता है। कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं से पूछा कि ट्रेलर में क्या आपत्तिजनक था?’ वहीं, फिल्म के प्रोड्यूसर ने दलील दी कि यह फिल्म 32,000 नहीं, 3 महिलाओं की कहानी है।
एमपी के सीएम शिवराज ने कहा था- आतंकवाद के घिनौने चेहरे को सामने लाती है
द केरल स्टोरी फिल्म को सबसे पहले मध्यप्रदेश में टैक्स फ्री किया गया था। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा, “द केरल स्टोरी लव जिहाद, धर्मांतरण और आतंकवाद के षड्यंत्र को उजागर करती है, उसके घिनौने चेहरे को सामने लाती है। क्षणिक भावुकता में जो बेटियां लव जिहाद के जाल में उलझ जाती हैं, उनकी कैसे बर्बादी होती है, यह फिल्म बताती है। आतंकवाद के डिजाइन को भी यह फिल्म उजागर करती है। यह फिल्म पेरेंट्स, बच्चों, बेटियों, सभी को देखना चाहिए।”
पश्चिम बंगाल में पहला बैन, ममता बोलीं-आशंका है कि बंगाल फाइल्स भी बनेगी
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने फिल्म को बैन करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा, “अगर किसी थिएटर में फिल्म चल रही हो तो उसे तत्काल हटा लिया जाए।” उन्होंने कहा कि आशंका है कि द कश्मीर फाइल्स और द केरल स्टोरी के बाद अब बंगाल फाइल्स बनाने की भी तैयारी की जा रही है। BJP इसकी फंडिंग कर रही है।
उन्होंने कहा, “केरल के बाद अब बंगाल को निशाना बनाया जाएगा। मुझे पता चला कि बंगाल की भी फाइलें तैयार की जा रही हैं। मैं केरल के मुख्यमंत्री से बात करूंगी और उन्हें बताऊंगी कि CPM के कुछ लोग भी BJP के साथ मिले हुए हैं। इस फिल्म में तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की गई है। इन लोगों ने पहले कश्मीर के लोगों का अपमान किया और अब केरल के लोगों का कर रहे हैं।”
केरल में सबसे पहले विरोध हुआ
फिल्म को लेकर सबसे पहले केरल में ही विरोध हुआ था। केरल विधानसभा के नेता विपक्ष वीडी सतीशन ने फिल्म की रिलीज के पहले एक बयान दिया था। उन्होंने कहा कि राज्य में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था। फिल्म में दिखाए गए तथ्य गलत हैं। राज्य की छवि बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। केरल में नफरत के बीज बोना संघ का एजेंडा है।
सतीशन ने आगे कहा कि इस फिल्म के जरिए 32,000 लड़कियों के केरल से ISIS में शामिल होने की गलत जानकारी फैलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि फिल्म के रिलीज होने का मतलब है कि पूरी दुनिया के सामने केरल की बेइज्जती होना।
क्या है फिल्म की कहानी, क्यों मचा है बवाल?
द केरल स्टोरी, केरल की महिलाओं के ग्रुप के बारे में बनी फिल्म है, जो इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) में शामिल हो जाता है। फिल्म 5 मई यानी शुक्रवार को रिलीज हुई। CBFC ने फिल्म की रिलीज से पहले इसमें 14 कट लगाने को कहे थे। 26 अप्रैल को इसका ट्रेलर रिलीज हुआ। 2 मिनट 45 सेकेंड के ट्रेलर में दिखाया गया है कि कैसे कॉलेज जाने वाली 3 लड़कियां एक आतंकी संगठन से जुड़ जाती हैं।
द केरल स्टोरी को फिल्ममेकर सुदीप्तो सेन ने डायरेक्ट किया है। इसकी रिलीज के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट तक मैटर गया। हालांकि कोर्ट ने फिल्म की रिलीज को रोकने से मना कर दिया। फिल्म की कहानी लड़कियों के कन्वर्जन पर बेस्ड है।
सुदीप्तो ने मीडिया से बातचीत में कहा- एक पॉइंट के बाद मुझे महसूस हुआ कि यह सब एक पैटर्न के तहत हो रहा है। पहले लोगों को डराओ। हिंदू देवी देवताओं को डिसक्रेडिट करो। केरल की एक ऑर्गेनाइजेशन है, जहां 10 लड़कियां बुरे टॉर्चर झेलती थीं। मैंने उनका इंटरव्यू किया।
वहां से मुझे निमिषा, फातिमा का केस समझाया गया। महसूस हुआ कि धर्मांतरण और उसके बाद का सिलसिला सोची समझी साजिश के तहत किया जा रहा है। चूंकि केरल में मुस्लिमों की तादाद सरकार बनाने में अहम रोल प्ले करती है इसलिए इस मसले पर नेताओं और सरकार ने भी कुछ नहीं कहा।
फिल्म ने तीन ही दिनों में अपनी पूरी लागत निकाली
फिल्म ने कमाई के मामले में कमाल कर दिया है। फिल्म ने रविवार यानी रिलीज के तीसरे दिन 16 करोड़ रुपए की कमाई की है। इस तरह फिल्म का कुल कलेक्शन 35.25 करोड़ हो गया है। फिल्म के तीसरे दिन की कमाई में लगभग 42% का ग्रोथ देखने को मिली। लगभग 30 से 40 करोड़ में बनी इस फिल्म ने अपनी पूरी लागत निकाल ली है।