गाजियाबाद के धर्मांतरण मामले में ऑनलाइन गेम और चैटिंग वाली दो एप्लिकेशन जांच के दायरे में आ गई हैं। राष्ट्रीय बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग के चेयरपर्सन प्रियंक कानूनगो ने 6 जून को एक चिट्ठी इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सेक्रेटरी अखिलेश कुमार शर्मा को लिखी है। उन्होंने फोर्ट नाइट और डिस्कार्ड एप्लिकशन की जांच करके 10 दिन में रिपोर्ट देने का निर्देश मंत्रालय को दिया है।
आयोग चेयरपर्सन बोले- नियमों का पालन नहीं कर रहे गेमिंग एप
चेयरपर्सन प्रियंक कानूनगो ने चिट्ठी में लिखा है-‘आयोग ने गाजियाबाद में ऑनलाइन धर्मांतरण का संज्ञान लिया है। पुलिस जांच में भी पता चला है कि नाबालिग लड़के पहले ऑनलाइन गेम खेलते थे। फिर उन्हें ब्रेनवॉश किया जाता था। ये घटना सूचना एवं प्रौद्योगिकी से संबंधित नियमों-शर्तों के अनुपालन पर सवाल खड़ा करती है। मंत्रालय ने साल 2021 में किए गए संशोधनों में बच्चों की रक्षा के लिए रूपरेखा तैयार की है, लेकिन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर इसका सख्ती से पालन नहीं किया जा रहा है।’
बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग के चेयरपर्सन प्रियंक कानूनगो ने इस संबंध में टवीट भी किया है।
बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग ने कहा है कि एंड्राइड, IOS इंटरफेस या अन्य किसी ब्राउजर पर इस तरह के ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म की उपलब्धता के बारे में जांच होना जरूरी है। इसलिए फोर्टनाइट और डिस्कार्ड एप्लिकेशन के खिलाफ 10 दिन में जांच करके रिपोर्ट आयोग को प्रस्तुत की जाए।
क्या है पूरा मामला?
30 मई को गाजियाबाद स्थित राजनगर के रहने वाले एक व्यक्ति ने थाना कविनगर में धर्मांतरण मामले में FIR दर्ज कराई थी। इस व्यक्ति का आरोप था कि उनका बेटा ऑनलाइन गेम से जुड़ा हुआ था। बाद में उसने धर्मांतरण कर लिया। FIR में संजयनगर सेक्टर-23 की मस्जिद का मौलवी अब्दुल रहमान और दूसरा मुंबई का रहने वाला बद्दो नामक के शख्स का जिक्र था। दोनों पर आरोप है कि वह हिंदू लड़कों का ब्रेनवॉश कर नमाज पढ़वाते थे। 4 जून को पुलिस ने इस केस में मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया।
धर्मांतरण के थे 3 स्टेप, पूरा गेम समझिए…
- पहले स्टेप में एक ऐसा गैंग एक्टिव था जो अन्य धर्मों के नाम से ID बनाकर मोबाइल-कम्प्यूटर पर Fort Nite एप पर गेम्स खेलता था। अगर कुछ लड़के गेम हार जाते थे तो उन्हें कुरान की आयत पढ़वाई जाती थी और फिर उन्हें गेम जिताकर कुरान पर भरोसा दिलाया जाता था।
- सेकेंड स्टेप में Discord App के द्वारा मुस्लिम लड़के हिंदू नाम की यूजर आईडी बनाकर हिंदू लड़कों से चैटिंग करते थे। उन्हें इस्लामिक रीति-रिवाज अपनाने के लिए बहलाते थे।
- तीसरे स्टेज में वे प्रतिबंधित इस्लामिक प्रवक्ता जाकिर नाईक के कुछ वीडियो स्पीच सुनाकर इस्लाम अपनाने के लिए प्रेरित करते थे। साथ ही वे इस्लामिक कल्चर और रीति-रिवाज के संबंध में सारी जानकारी उपलब्ध कराते थे।