कश्मीर घाटी के चार जिले में एनआईए का छापा, आपत्तिजनक डेटा वाले कई डिजिटल उपकरण बरामद

श्रीनगर, (हि.स.)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) सोमवार सुबह से कश्मीर घाटी के चार जिलों में छापेमारी कर रही थी। एनआईए की टीम ने बताया कि आज की कार्रवाई के तहत चार जिलों कुलगाम, बांदीपोरा, शोपियां और पुलवामा में बारह स्थानों पर छापेमारी की गई। यह स्थान प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों की नवगठित शाखाओं और सहयोगियों से जुड़े हाइब्रिड आतंकियों और ओवरग्राउंड वर्कर्स के आवासीय परिसर थे। छापेमारी में इन संगठनों से सहानुभूति रखने वालों और कैडरों के परिसरों की भी बड़े पैमाने पर तलाशी ली गई।

एनआईए ने इन तलाशियों में बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक डेटा वाले कई डिजिटल उपकरण बरामद किए हैं। आतंकी साजिश के विवरण को उजागर करने के लिए एजेंसी द्वारा इनकी गहन जांच की जाएगी। एनआईए द्वारा जांच किए जा रहे आतंकी संगठनों में द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ), यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट जम्मू-कश्मीर (यूएलएफजेएंडके), मुजाहिदीन गजवत-उल-हिंद (एमजीएच), जम्मू-कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स (जेकेएफएफ) शामिल हैं। यह संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (एचएम) अलबद्र अल-कायदा आदि जैसे पाक समर्थित संगठनों से संबधिंत हैं।

यह सभी बम, आईईडी, फंड, मादक पदार्थों, हथियारों और गोला-बारूद को आतंकियों को पहुंचाने में शामिल हैं। यह सभी आतंक से संबंधित गतिविधियों को फैलाने में लगे हुए हैं।

जांच से पता चला है कि पाक स्थित आतंकी आतंक को बढ़ावा देने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का उपयोग कर रहे थे। उनके द्वारा कश्मीर घाटी में अपने कैडरों को हथियार-गोला-बारूद, नशीले पदार्थ आदि पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा था।

पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं द्वारा समर्थित संगठन इस साजिश को अंजाम दे रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के लिए स्थानीय युवाओं को कट्टरपंथी बनाकर आतंक में घुसाने का काम कर रहे है।

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