
उत्तर प्रदेश के रायबरेली में मंगलवार को कांग्रेस की बागी विधायक अदिति सिंह एवं उनके समर्थकों ने राम मंदिर निर्माण के लिए 51लाख रुपए की धनराशि राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को दान की है। इस मौके पर चंपत राय ने कहा कि राम जन्मभूमि के निर्माण कार्य का नींव का कार्य मकर संक्रांति से शुरू हो गया। अब तक 400 फीट लंबा 250 फीट चौड़ी 50 फीट गहरा मलबा हटाया गया है।
Raebareli: Congress MLA Aditi Singh donates a sum of Rs 51 Lakh toward the construction of Ram Temple in Ayodhya.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 9, 2021
She says, "I am making this contribution to VHP on behalf of my team and supporters. Everyone has contributed for this." pic.twitter.com/WjXiKcHWC5
चंपत राय ने आगे कहा की मंदिर की नींव की तैयारी के लिए देश के इंजीनियरिंग संस्था आईआईटी बॉम्बे, गुहाटी, मद्रास, एनआईटी ने टाटा और एलएनटी ने गुण दोष के आधार पर चर्चा की। 400 फीट जमीन की गहराई पर रिसर्च किया गया। सरयू नदी का किनारा है, नदी कभी भी अपना बहाव बदल सकती है, उसपर चर्चा हुई। भगवान का यह मंदिर 36 से 39 महीनों में बन जाएगा।
मंदिर बनाने में लोहे का उपयोग नहीं
उन्होंने बताया की मंदिर बनाने में पत्थर और तांबे का उपयोग होगा, लोहे का उपयोग नही होगा। मन्दिर की बाउंड्री वाल लगभग 6 एकड़ में बनेगी। मन्दिर निर्माण के लिए सम्पूर्ण समाज के समर्पण का अभियान चल रहा है। समर्पण का अभियान 45 दिन का है, 27 फरवरी को यह अभियान पूरा हो जाएगा।
कहा कि समर्पण के प्रति समाज का उत्साह अकल्पनीय है। लगभग 5 लाख गांव का समर्पण हमें मिलेगा। शहरों के लोग भी समर्पण करेंगे। आधी आबादी तक पहुंचने का लक्ष्य है। 3 तरह के कूपन है, 10,100 और 1000 रुपये और अधिक देने वालों के लिए रसीद छपी है। दान देने वालों को 50% आयकर छूट मिलेगी। घर घर जाने का प्रयास पूरा हो जाये।
आज पापा होते तो बहुत खुश होते – अदिति
वहीं कांग्रेस की बागी विधायक अदिति सिंह ने कहा कि मंगलवार को रायबरेली की तरफ से श्रीराम जन्मभूमि पर राम मंदिर के निर्माण के लिए 51 लाख रुपए दान किए हैं। सबने मिलकर ये डोनेशन दिया है। मैं अपने सभी कार्यकर्ता और समर्थकों का धन्यवाद प्रकट करती हूं।
आज अगर पापा होते तो वो कार्यक्रम को देखकर बहुत खुश होते। ये हम लोगों के जीवन में बहुत बड़ी चीज हो रही है। आज के कार्यक्रम की जो पवित्रता है हम उसको बनाए रखें हम आज पार्टी लाइन पर बात ना करें। हम जातिवाद-धर्म वाद से उठकर बात करें।