– कोटा में इस वर्ष 6 माह के भीतर 11 कोचिंग विद्यार्थी कर चुके हैं आत्महत्या
कोटा। शहर में मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी की तैयारी कर रहे एक और कोचिंग छात्र ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। बुधवार को जब यह हादसा हुआ, उस समय हॉस्टल में वार्डन भी नहीं था। गुरुवार सुबह जब वह कमरे से बाहर नहीं निकला तो हॉस्टल स्टाफ ने आवाजें देकर दरवाजा खटखटाया। पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर देखा तो छात्र फंदे से लटका हुआ मिला।
दादाबाडी पुलिस थाने के सीआई नरेश मीणा ने बताया कि झारखंड में देवधर का रहने वाला रिषित अग्रवाल (17) 12वीं के साथ कोटा में नीट की पढ़ाई के लिए कोचिंग ले रहा था। सुसाइड के पीछे पढ़ाई का तनाव ही मुख्य कारण बताया जा रहा है। हालांकि, परिजनों के कोटा पहुंचने पर पूछताछ से स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
इससे पहले 5 जून को रीवा मध्यप्रदेश से कोटा आकर नीट की तैयारी कर रही 18 वर्षीया छात्रा बगिशा ने जवाहर नगर में एक अपार्टमेंट की 9वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। वह एक दिन पहले नीट के रिजल्ट में कम मार्क्स आने से तनाव में थी। कोटा में इस वर्ष 6 माह में 11 कोचिंग विद्यार्थी आत्महत्या कर चुके हैं। इस वर्ष नये सत्र में बाहरी राज्यों से कोटा आने वाले कोचिंग विद्यार्थियों की संख्या में भी गिरावट आई है। अधिकांश छात्र-छात्राओं के साथ उनकी मां भी साथ रहने लगी हैं।