क्या कांग्रेस से अलग उड़ान भरने के लिए तैयार सचिन पायलट! 

 जयपुर। कर्नाटक में शानदार जीत के बाद भी कांग्रेस दक्षिण राज्य में सरकार बनाने को लेकर मथापच्ची कर रही है। इससे इतर कांग्रेस शासित प्रदेश राजस्थान में भी कुछ ठीक हालात नहीं दिख रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता और राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट बगावती रूप अख्तियार किए हुए हैं। राजस्थान कांग्रेस से बड़ी खबर आ रही है कि सचिन पायलट जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं, जिसकी वजह से जयपुर से लेकर दिल्ली तक की सियासत में भूचाल आना तय माना जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक, सचिन पायलट सीएम अशोक गहलोत को अब न झेलने का प्लान बना रहे हैं। दरअसल, सचिन अब गहलोत के पचड़े में पड़कर अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं की बली नहीं चढ़ाना चाहते हैं। इसी बात का ख्याल रखते हुए अगले महीने अपने पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर कोई बड़ा घोषणा कर सकते हैं जिसकी वजह से आने वाले चुनाव में कांग्रेस पार्टी को जोरदार झटका लग सकता है। बता दें कि, सीएम गहलोत और पायलट के बीच तनातनी करीब साढ़े तीन सालों से चली आ रही है। जिसमें सचिन पायलट समय-समय पर अपनी ही सरकार को भ्रष्टाचार, पेपर लिंक मामला, बेरोजगारी और कानून व्यवस्था जैसे तमाम मुद्दों पर घेरते रहे हैं। इन सबके एवज में गहलोत भी पायलट को नकारा निकम्मा जैसे शब्दों से नवाज चुके हैं। 

11 जून को पायलट लेंगे अहम फैसला?

इस साल के दिसंबर महीने में राजस्थान के विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसको देखते हुए सचिन पायलट अब कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सचिन पायलट अगले महीने की 11 तारीख को अपने पिता की पुण्यतिथि पर कांग्रेस से अलग हो सकते हैं। ऐसा भी अंदेशा है कि वो भाजपा का रुख कर सकते हैं। लेकिन सूत्रों की मानें तो ऐसी कम ही संभावना है कि वो बीजेपी का रूख करें क्योंकि हाल के दिनों में जिस तरह उन्होंने बीजेपी की वसुंधरा सरकार पर हमला बोला है इससे उनके बीजेपी में जाने की संभावनाएं कम हो जाती हैं।

पायलट की चेतावनी

आपको बता दें कि, गहलोत सरकार के खिलाफ सचिन पायलट ने हाल ही में “जन संघर्ष यात्रा” निकाली थी। जिसका उद्देश्य पायलट ने प्रदेश से भ्रष्टाचार को खत्म करना बताया था। उनकी ये यात्रा 11 से 15 मई के बीच निकाली गई थी। जिसने अजमेर शहर से लेकर जयपुर तक 125 किमी. की यात्रा तय की। इस यात्रा में पायलट अलग-अलग जगहों पर गहलोत सरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरते नजर आए थे। इस यात्रा के आखिर दिन पायलट ने गहलोत को चेतावानी देते हुए कहा था कि, प्रदेश की सरकार को मैं अंतिम बार बोल रहा हूं कि आप बीजेपी की वसुंधरा सरकार में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करे नहीं तो प्रदेश के हर इलाके में जाकर विरोध प्रदर्शन करूंगा। पायलट के इस बोल से ही अब सवाल उठ रहे हैं कि अब सचिन देर नहीं करने वाले हैं आने वाले कुछ दिनों में कोई बड़ा बम फोड़ सकते हैं जिसके जद्द में कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व भी आने वाला है।

राजस्थान पर आलाकमान की नजर

वहीं कर्नाटक में पूरी तरह से व्यस्त हुए कांग्रेस आलाकमान की नजर राजस्थान के मुद्दे पर भी है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी यानी एआईसीसी के राजस्थान सह प्रभारी निजामुद्दीन ने बीते मंगलवार को मीडिया से कहा कि, गहलोत-पायलट पर पूरी तरह से शीर्ष नेतृत्व अपनी नजर बनाए हुए है। अभी फिलहाल कर्नाटक की सरकार को लेकर दिल्ली में बैठकों का दौर जारी है। जल्द ही कर्नाटक मामले को निपटा कर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे राजस्थान की हालात पर चर्चा करने वाले हैं ताकि सबकुछ सामान्य किया जा सके।

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