गहलोत ने कहा, मिलकर चुनाव लड़ेंगे और सरकार बनाएंगे, चुनाव बाद मुख्यमंत्री का फैसला हाईकमान करेगा

जयपुर, (हि.स.)। राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार और संगठन में नियुक्तियों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मल्लिकार्जुन खड़गे से नई दिल्ली में शनिवार को मुलाकात की है। खड़गे से मुलाकात के बाद सीएम गहलोत ने पत्रकारों से बातचीत में पूरी साफगोई से पार्टी में मतभेद को स्वीकार करते हुए कहा छोटे-मोटे मतभेद हैं, जो हर पार्टी में और हर राज्य में होते हैं। मतभेद और मनभेद तो राजस्थान बीजेपी में हैं। गहलोत ने कहा कि इन छोटे-मोटे मतभेदों के बावजूद राजस्थान में कांग्रेस पार्टी के नेता मिलकर चुनाव लड़ेंगे और 2023 में सरकार रिपीट करवाएंगे। जहां तक मुख्यमंत्री की बात है तो हमेशा इसका फैसला हाईकमान करता है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में हमेशा से यह रिवाज रहा है कि चुनाव के बाद कांग्रेस आलाकमान ही यह तय करता है कि मुख्यमंत्री कौन होगा? उन्होंने कहा कि हम सब साथ मिलकर चुनाव लड़ते हैं और जब नतीजे आते हैं, उसके बाद आलाकमान ही तय करता है कि मुख्यमंत्री कौन होगा और आलाकमान के निर्णय को हम सब मानते हैं। गहलोत ने कहा कि हम बचपन से कांग्रेस में काम कर रहे हैं, हमेशा मुख्यमंत्री का फैसला हाईकमान ही करता है। इसमें कोई दो राय नहीं है, यह कभी बहस का विषय रहता ही नहीं। नए जिलों पर गहलोत ने कहा कि जिलों को लेकर बहुत पुरानी मांग थी। राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य है, उसकी भौगोलिक स्थिति को देखते हुए जिलों की जरूरत थी। हमने बहुत स्टडी करने के बाद 19 जिले बनाने का फैसला किया है। इसका लोगों ने स्वागत किया है। जनता इससे खुश है।

राहुल गांधी के लंदन में दिए बयान पर माफी के सवाल पर गहलोत ने कहा कि पहली बार देख रहे हैं कि सत्तापक्ष संसद को नहीं चलने दे रहा। ये बातें देश तक ही सीमित नहीं रहती हैं, दुनिया तक जाती हैं कि सत्तारूढ़ पार्टी खुद ही संसद को डिस्टर्ब करे। राहुल गांधी किस बात की माफी माफी मांगें? माफी तो प्रधानमंत्री मोदी को मांगनी चाहिए। गहलोत ने कहा कि मोदी पिछले नौ साल में देश के बाहर क्या-क्या नहीं बोले। जर्मनी और कोरिया में उन्होंने क्या-क्या नहीं कह दिया कांग्रेस के बारे में। किस प्रकार से उन्होंने देश के बाहर कहा था कि 70 साल में देश के अंदर कुछ भी नहीं हुआ, हिंदुस्तान के अंदर कहां पैदा हो गए? पता नहीं उन्होंने देश के बारे में क्या-क्या शब्द बोले थे। गहलोत ने कहा कि मैं आपसे बात कर रहा हूं, यह पूरी दुनिया देख सकती है। इंटरनेट का युग है। राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान और दिल्ली में जो बातें कहीं थी। वही बातें उन्होंने लंदन में रिपीट की थीं। अडाणी के मुद्दे पर जेपीसी नहीं बनानी पड़े, इसलिए वे बहाना करके राहुल गांधी का मुद्दा लेकर आए हैं।

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