तिकुनिया कांड के साये से बाहर नहीं निकल पा रहे अजय मिश्रा टेनी, इस बार भी…

उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) के लखीमपुर खीरी ( Lakhimpur Khiri ) में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ( Ajay Mishra Teni ) दबंगई के दम पर जो चाहते हैं वहीं होता है, लेकिन सभी तिकड़म आजमाने के बावजूद वो तिकुनिया कांड ( Tikunia Kand, ) के एक साल बीत जाने बाद भी उसके बुरे साये से बाहर नहीं निकल पाये हैं। यही वजह है कि भाजपा विधायक अरविंद गिरी की हार्टअटैक से मौत के बाद गोला गोकर्णनाथ ( Gola Gokarnath ) विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को मतदान होना है। चुनाव प्रचार के लिए स्टार प्रचारकों की सूची भी जारी हो गई है, लेकिन भाजपा स्टार प्रचारकों की लिस्ट में अजय मिश्रा टेनी का नाम नहीं है।

भाजपा ( BJP ) के 40 स्टार प्रचारकों ( Star Campaigners ) की सूची में अजय मिश्रा टेनी ( Ajay Mishra Teni ) का नाम न होना अब चर्चा का विषय है। बीजेपी की ओर से प्रस्तावित लिस्ट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह सहित 40 स्टार प्रचारकों की सूची को मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मंजूरी दे दी है। भाजपा ने लखीमपुर खीरी के धरौहरा से सांसद रेखा वर्मा को स्टार प्रचारक तो बनाया है, लेकिन अजय मिश्रा टेनी का नाम इस लिस्ट से गायब है।

पार्टी नेता विवादों से दूर रहना चाहते हैं या कुछ और ही है मामला

लखीमपुर खीरी ( Lakhimpur Khiri ) में चर्चा तो यही है कि तिकुनिया हिंसा कांड में नाम आने के बाद ही उन्हें स्टार प्रचारक नहीं बनाया गया है। वहीं पार्टी के सूत्रों का कहना है कि शीर्ष नेता उपचुनाव में विवादों से दूर रहना चाहते हैं। बता दें कि लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में 3 अक्टूबर 2021 को किसान आंदोलन के दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा की गाड़ी से किसानों की मौत हो गई थी। इस मामले में केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा अभी तक जेल में बंद हैं। गोला गोकर्णनाथ के चुनाव के स्थानीय समीकरणों के मद्देनजर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ट्रेनी को स्थानीय सांसद होने के बाद भी स्टार प्रचारक नहीं बनाया गया।

खीरी से टिकट मिलने को लेकर भी सस्पेंस

UP by election : लोकसभा चुनाव 2024 में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को खीरी संसदीय सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर भी लोगों ने अभी से कयास लगाने शुरू कर दिए हैं। चर्चा यह भी है कि पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर जितिन प्रसाद इस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। जितिन प्रसाद खीरी की राजनीति में अच्छा खासा दबदबा रखते हैं। ब्राह्मण वोटों पर उनकी अच्छी पकड़ होने के साथ-साथ अन्य बिरादरी और मुस्लिम बहुल इलाकों में भी उनको लोग बहुत पसंद करते हैं।

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