सीहोर, (हि.स.)। जिले के मुंगावली गांव में मंगलवार को दोपहर में बोरवेल में गिरी ढाई साल की मासूम सृष्टि को बुधवार देर रात तक भी नहीं निकाला जा सका। पुलिस ने इस मामले में खेत मालिक को हिरासत में ले लिया गया है।
बुधवार को बैरागढ़ से पहुंचे सेना के जवानों ने रेस्क्यू आपरेशन का तरीका बदलते हुए राड के हुक में फंसाकर बच्ची को निकालने की कोशिश की। इसमें सफलता मिलने वाली ही थी, लेकिन 90 फीट ऊपर तक आने के बाद बच्ची सिर्फ 10 फीट दूर थी, तभी हुक से वह छूट गई और खिसक कर फिर नीचे नीचे पहुंच गई। राड के हुक में फंसा उसके कपड़े का एक टुकड़ा बाहर निकला है। इस आपरेशन में सफलता नहीं मिलने के बाद सेना, एनडीईआरएफ और एसडीईआरएफ ने हाथ खड़े कर दिए हैं। उनका कहना है कि इतनी गहराई से बच्ची को निकालने के लिए हमारे पास संसाधन नहीं हैं। अब प्रशासन ने दिल्ली और राजस्थान के जोधपुर से बोरवेल में गिरे बच्चों को निकालने वाले विशेषज्ञों को बुलाया है।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार दोपहर 1:00 बजे ग्राम मुंगावली के राहुल कुशवाह की ढाई साल की बेटी सृष्टि खेलते समय तीन सौ फीट गहरे बोरवेल में गिर गई थी, जो 29 फीट गहराई पर फंस गई थी। उसे निकालने के लिए एसडीईआरएफ और एनडीआरएफ की टीम युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। जेसीबी और पोकलेन मशीनों से जमीन की खुदाई के दौरान बाइब्रेशन से वह 100 फीट नीचे खिसक गई।
बुधवार को भी देर शाम एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम युद्ध स्तर पर श्रुति को निकालने की कार्यवाही करती रही। सृष्टि बोरवेल में लगभग 100 फीट गहराई में है। जिला प्रशासन के सभी वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं। सेना भी घटनास्थल पर पहुंच गई। बोरवेल के अंदर पाइप के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है। राहत एवं बचाव कार्य में 12 पोकलेन एवं जेसीबी मशीनें निरंतर खुदाई का काम कर रही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रेस्क्यू ऑपरेशन की पल-पल की जानकारी ले रहे है और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे रहे हैं।
मासूम सृष्टि को बोरवेल में गिरे अब 30 से ज्यादा घंटे हो गए हैं, लेकिन अब तक उसका रेस्क्यू नहीं हो पाया है। जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी ने बताया कि दिल्ली और राजस्थान से विशेषज्ञों की टीम को बुलाया गया है। वह गुरुवार सुबह यहां पहुंचेंगे। फिलहाल, एनडीआरएफ-एसडीआरएफ और सेना के जवान रेस्क्यू में जुटे हुए हैं।