लखनऊ। राजधानी के ठाकुरंगज क्षेत्र के रिंग रोड पर मंगलवार दोपहर हुई प्रॉपर्टी डीलर विपिन विश्वकर्मा (25) की हत्या करने के बाद आरोपित सुशील यादव और उसका भतीजा भागकर उन्नाव पहुंचा। वहां दोनों एक पीआरडी जवान के घर में जाकर छिपे थे। पुलिस और एसटीएफ की टीम ने छापेमारी कर दोनों को गुरुवार रात उन्नाव जनपद के औरास क्षेत्र के चमरौधा गांव में पीआरडी जवान के घर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोनों की निशानदेही पर वारदात में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद कर लिया है। अब पुलिस आरोपित सुशील यादव और उसके भतीजे रिशू से पुलिस पूछताछ कर रही है।
कमीशन के विवाद और रंजिश के चलते हुई थी हत्या
एसीपी चौक आईपी सिंह से बताया कि पड़ताल में पता चला है कि प्लाट बिक्री में कमीशन और रविवार को हुए दोनों पक्षों में झगड़े के चलते सुशील यादव और रिशू ने विपिन की हत्या की थी। उन्होंने बताया कि घटना के कई अन्य पहलुओं से भी आरोपितों से पूछताछ को जा रही है।
तीन दिन से रह रहे थे पीआरडी जवान के घर, लोकेशन के आधार पर दबोचे गए
वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों भागकर औरास के चमरौधा में रहने वाले पीआरडी जवान भानु के घर पहुंचे थे। उसके बाद से वहीं रुके थे। एसटीएफ और पुलिस की टीम ने सर्विलांस सेल की मदद से लोकेशन ट्रेस की। इसके बाद औरास इंस्पेक्टर राजबहादुर से संपर्क कर टीम गुरुवार को पहुंची। इसके बाद चमरौधा में भानु के घर की घेराबंदी कर छापेमारी की। छापेमारी के बाद पुलिस ने दोनों को दबोच लिया। पुलिस ने बताया कि पीआरडी जवान भानु का बड़ा बेटा दीपक, सुशील का दोस्त है। दीपक से बात करके सुशील और रिशू उसके घर पहुंचे थे। पुलिस अब दीपक को तलाश कर रही है। दीपक छापेमारी के दौरान घर से भाग निकला था। पुलिस ने बताया कि दीपक पर हत्यारोपितों को शरण देने के मामले में कार्यवाही की जाएगी।
यह था मामला
दरअसल, कन्हैया माधवपुर निवासी विपिन विश्वकर्मा मंगलवार को कुछ साथियों के साथ शीला गार्डेन के पास स्थित एक प्लाट पर गए थे। इस बीच प्रॉपर्टी डीलर सुशील यादव और रिशू भी कुछ साथियों के साथ पहुंचे। वहां प्लाट को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। विवाद के दौरान सुशील और रेशू ने विपिन पर फायर झोंक दी। बचाव में विपिन भागा तो दौड़ाकर उसे गोली मारी। इसके बाद मौके से भाग निकलें। साथी और ग्रामीण घायल विपिन को आनन-फानन ट्रामा लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।