उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में गुरुवार को पॉक्सो कोर्ट ने दुष्कर्म मामले में दोषी अभियुक्त को फांसी की सजा सुनाई है। जज के फैसला सुनाते ही अभियुक्त अदालत परिसर में ही रहम की भीख मांगने लगा। उसे अपने किए पर पछतावा था। लेकिन जज ने इस अपराध को माफी लायक नहीं माना। पुलिस आरोपी युवक को पकड़कर ले गई।
14 दिसंबर 2020 की वारदात
दरअसल, थाना जसराना क्षेत्र के पचवा गांव में 14 दिसंबर वर्ष 2020 को एक दस साल की नाबालिग बालिका के साथ गांव में ही रहने वाले नीरज ने दुष्कर्म किया था। आरोपी रिश्ते में बालिका का चाचा लगता था। बालिका के पिता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया था। एक माह के अंदर विवेचना पूर्ण कर न्यायालय में चार्जशीट दाखिल कर दी थी। गुरुवार को पॉक्सो कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई। न्यायाधीश ने अभियोजन पक्ष और गवाहों की दलीलों को सुनते हुए आरोपी को फांसी की सजा सुनाई। सजा सुनकर आरोपी के पैरों तले जमीन खिसक गई। न्यायालय में खड़ा वह अपने किए पर पछता रहा था। कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस आरोपी को पकड़कर ले गई।
दुष्कर्म करने वालों को सबक मिलेगा
SSP अजय कुमार पांडे ने कहा कि ऐसे आपराधिक मामलों में पुलिस की तत्परता के चलते इतनी शीघ्रता से निर्णय हो सका है। आरोपी को तीन माह में ही सजा सुनाई गई। इससे महिला और बालिकाओं के साथ न्याय और दुष्कर्म की घटना करने वालों को सबक मिलेगा।