
- क्या उत्तर में दिखेगा जीत का आलोक!
भोपाल (ईएमएस)। कांग्रेस का अभेद्य किला कही जाने वाली भोपाल की उत्तर विधानसभा इन दिनों प्रदेश की सबसे चर्चित और हॉट सीट बनी हुई है। तीन दशकों से इस सीट पर काबिज कांग्रेस के मौजूदा विधायक आरिफ अकील का तिलस्म और कांग्रेस की जीत का मिथक इस बार के विधानसभा चुनाव में टूटता नजर आ रहा है। कांग्रेस ने इस बार मौजूदा विधायक आरिफ अकील की जगह उनके बेटे आतिफ अकील को टिकट दिया है। इसके साथ अकील परिवार की पारिवारिक कलह के चलते कांग्रेस के दो बागी भी यहां से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में आ डटे हैं। आतिफ अकील के चाचा आमिर अकील यहां से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। इसके साथ ही नासिर इस्लाम भी यहां से निर्दलीय उम्मीदवार कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं। इसके साथ आप (आम आदमी पार्टी) उम्मीदवार मोहम्मद सऊद भी कांग्रेस के लिए वोट कटुआ साबित हो रहे हैं। भाजपा ने इस सीट पर सीएम शिवराज सिंह चौहान के करीबी एवं पूर्व महापौर आलोक शर्मा को मैदान में उतारा है।
हम बता दें कि भोपाल उत्तर विधानसभा मुस्लिम बाहुल्य सीट है। इसी राजनीतिक गणित के चलते आरिफ अकील पिछले तीन दशकों से इस सीट पर अजेय योद्धा बने हुए थे। लेकिन इस बार आरिफ अकील की बीमारी के चलते कांग्रेस ने उनके बेटे आतिफ अकील को चुनाव मैदान में उतारा है। इसके साथ कांग्रेस से बागी होकर आमिर अकील (आतिफ के चाचा) और नासिर इस्लाम के अलावा आप से मोहम्मद सऊद भी चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं। कांग्रेस से बागी हुए नासिर इस्लाम कहते हैं समझ नहीं आता कि आखिर क्यों जनता को एक ही परिवार को ढोने को मजबूर किया जा रहा है। लोकतंत्र में अब यह सब ज्यादा दिन चलने वाला नहीं है। निश्चित रूप से नासिर के तेवर चुनाव में कांग्रेस को नुकसान पहुंचाएंगे। राजनीतिक विज्ञानियों का कहना है कि आमिर, नासिर और सऊद का उत्तर विधानसभा क्षेत्र के मुसलमानों में अपना अलग प्रभाव है। निश्चित रूप से चुनाव में ये तीनों मुस्लिम नेता कांग्रेस के लिए वोट कटुआ साबित होंगे। आमिर, नासिर और सऊद यदि दो-दो, पांच-पांच हजार वोट भी ले जाते हैं, तो इससे भोपाल उत्तर में जहां कांग्रेस उम्मीदवार आतिफ अकील के लिए जीत की राह बेहद कठिन होगी, तो भाजपा के उम्मीदवार आलोक शर्मा के लिए जीतना आसान हो जाएगा।
उत्तर विधानसभा में वोटों का समीकरण
हम बता दें कि भोपाल उत्तर विधानसभा क्षेत्र में कुल वोटर्स की संख्या 2 लाख 45 हजार 611 हैं। इनमें 1 लाख 30 हजार 603 मुस्लिम और 1 लाख 15 हजार 800 हिन्दू वोटर्स हैं। कहने का मतलब है हिंदू वोटर्स से 15 हजार 969 मुस्लिम वोटर्स अधिक हैं। यहां 13 वार्ड और 246 बूथ पर 58 हजार 244 हिंदू पुरुष वोटर्स और 56 हजार 764 हिंदू महिला वोटर्स हैं। जबकि 65 हजार 704 मुस्लिम पुरुष और 64 हजार 899 मुस्लिम महिला वोटर्स हैं।