– 31 डिस्मिल अवैध भूमि पर बना लिया था मकान
– 15 वर्ष पुराने अवैध कब्जे पर नगर निगम ने चलाया बुलडोजर
भास्कर ब्यूरो
गोरखपुर। माफिया अजीत शाही के अवैध कब्जे पर बने आशियाने पर सोमवार की सुबह नगर निगम ने बुलडोजर चला दिया। दक्षिणी बेतियाहाता में गोरखपुर-लखनऊ हाइवे पर माफिया ने 31 डिस्मिल (1250 वर्म मीटर) भूमि पर पिछले 15 वर्ष से अवैध कब्जा कर रखा था। पुलिस के माफियाओं पर शिकंजा कसने के बाद नगर निगम भी हरकत में आई और कार्यवाही शुरू की।
देवरिया के भाटपार रानी, पकड़ी बाबू गांव का रहने वाला माफिया अजीत शाही बेतियाहाता के आवास-विकास कालोनी में परिवार के साथ रहता है। 15 वर्ष पहले उसने अपने आवास से 500 मीटर की दूरी पर गोरखपुर-लखनऊ हाइवे से सटे, नगर निगम की 31 डिस्मिल बेसकीमती भूमि पर कब्जा कर लिया। जिसपर किचन, बाथरूम समेत चार कमरों का भवन निर्माण करवा लिया और चहारदीवारी करवा कर गेट पर अपनी पत्नी व मां के नाम का बोर्ड लगा दिया था।
माफिया की संपत्ति की जांच में अवैध कब्जे का पता चला
माफिया पर 12 मई 2023 को शाहपुर थाने में बैंककर्मियों को धमकाने व जबरिया वसूली करने के मामले में मुकदमा दर्ज हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने माफिया अजीत शाही पर शिकंजा कसना शुरू किया तो उसके काले कारनामे सामने आने लगे। पुलिस ने माफिया के आय, व्यवसाय और संपत्ति की जांच शुरू की तो अवैध कब्जे की संपत्ति की जानकारी मिली।
अवैध कब्जे की जानकारी पर हरकत में आई नगर निगम।
जांच में अवैध कब्जे की जानकारी मिली तो नगर निगम ने कार्यवाही शुरू कर दी। सोमवार की सुबह 11 बजे अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा नगर निगम की टीम, पीएसी व कैंट थाना पुलिस के साथ माफिया के कब्जे वाले मकान पर पहुंचे। घर में रखा सामान हटवाने के बाद बुलडोजर से मकान व चहारदीवारी को ध्वस्त करवा दिया।
माफिया पर पहले से दर्ज हैं 35 मुकदमे।
माफिया अजीत शाही फिलहाल जेल में है। कैंट, शाहपुर, गीडा, गुलरिहा के साथ ही जिले के कई थानों में माफिया अजीत शाही के विरुद्ध हत्या, हत्या की कोशिश, रंगदारी, बलवा, गुंडा व गैंगस्टर एक्ट के 35 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।