सांसद अंदर लगाते हैं निलंबन की गुहार, बाहर जाकर लगाते हैं आरोप

-लोकसभा स्पीकर ने ‎किया खुलासा, हंगामा कर रहे सांसदों को लगाई फटकार

नई दिल्ली (ईएमएस)। सांसदों के निलंबन को लेकर लोक सभा स्पीकर ने खुलासा ‎किया है ‎कि सांसद सदन के अंदर ‎निलंबन का अनुरोध करते हैं, बाद में बाहर जाकर आरोप लगाते हैं। हालां‎कि ‎निलंबन के मसले पर गुरुवार को भी लोक सभा में विरोधी दलों के सांसदों का हंगामा जारी रहा। भारी हंगामे के बीच लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्न काल की कार्यवाही को पूरे समय चलाया। लेकिन विपक्षी दलों के सांसदों का हंगामा बढ़ने पर सांसदों को चेतावनी दी। उन्होंने प्रश्न काल के समाप्त हो जाने के बाद हंगामा कर रहे सांसदों को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि सांसद उन्हें आकर अनुरोध करते हैं कि उन्हें निलंबित कर दिया जाए और बाहर जाकर आरोप लगाते हैं कि उन्हें सस्पेंड कर दिया गया, यह तरीका ठीक नहीं है। लोक सभा स्पीकर ओम बिरला ने कांग्रेस के तीन सांसदों डीके सुरेश, नकुल नाथ और दीपक बैज का नाम लेते हुए कहा कि आप तीनों सांसद बार-बार सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहे हैं, प्ले कार्ड लेकर आ रहे हैं, नारेबाजी कर रहे हैं और कागज फाड़-फाड़ कर स्टाफ पर फेंक रहे हैं, यह सदन की मर्यादा के अनुकूल नहीं है, यह तरीका ठीक नहीं है।

उन्होंने विपक्षी सांसदों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि उन्होंने किसी भी सांसद का निलंबन बिना किसी कारण के नहीं किया है, वह किसी भी सांसद का निलंबन नहीं करना चाहते हैं। सांसद उनके पास आते हैं और कहते हैं कि उन्हें निलंबित कर दो, क्या यह तरीका ठीक है? उन्होंने कहा कि सांसद उनसे निलंबन करने का अनुरोध लेकर आते हैं और बाहर जाकर आरोप लगाते हैं कि उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।

लोक सभा अध्यक्ष ने हंगामा कर रहे सांसदों से पूछा कि क्या जनता ने उन्हें तख्तियां लहराने के लिए और कागज फाड़ने के लिए चुनकर भेजा है? वह सदन की कार्यवाही में भाग लेंगे तो बोलने का मौका देंगे, लेकिन निलंबित करने का कहेंगे तो यह बात ठीक नहीं है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें